राजमहल गंगा दशहरा के अवसर पर झारखंड के एकमात्र राजमहल से प्रवाहित होने वाले उत्तर वाहिनी गंगा में गुरुवार को हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने पुण्य स्नान किया. गंगा दशहरा के अवसर पर गंगा स्नान करने और उत्तर वाहिनी गंगा में स्नान करने का विशेष महत्व है. अहले सुबह से ही राजमहल के उत्तर वाहिनी गंगा घाट सूर्य देव घाट, गुदारा घाट, संगत घाट, कालीघाट, बजरंग घाट, महाजन टोली घाट, कन्हैया स्थान घाट व नौगच्छी गंगा घाट में राजमहल अनुमंडल मुख्यालय सहित आसपास ग्रामीण क्षेत्र के अलावे संथाल परगना के विभिन्न इलाके दुमका, गोड्डा, लिट्टीपाड़ा, आमड़ापाड़ा, काठीकुंड, गोपीकांदर, बोआरीजोर, बोरियों, बरहरवा,बरहेट, सुंदर पहाड़ी, नोनीहाट सहित अन्य इलाके से आये श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान एवं गंगा पूजन किया. गंगा तट पर आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा है. लोग गंगा स्नान और गंगा पूजन के बाद स्थानीय मंदिरों में भी पूजा-अर्चना कर रहे हैं. इधर पूजन सामग्री और फलों की बिक्री खुब हुई. क्षेत्र से अत्यधिक वाहनों के प्रवेश होने के कारण शहर में यातायात व्यवस्था भी अस्त-व्यस्त रही. मन्नतें पूरी होने पर कराया मुंडन संस्कार मां गंगा से किये गये मन्नत पूरी होने पर श्रद्धालुओं ने अपने बच्चों का मुंडन संस्कार गंगा तट पर करवाया. गंगा दशहरा के अवसर पर गंगा तट पर मां गंगा के पूजन उपरांत बच्चों का मुंडन संस्कार कराया और गंगा तट पर ही श्री सत्यनारायण भगवान का पूजन भी किया और व्रत कथा को सुना.
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