खरसावां. सरायकेला-खरसावां जिले में पहली बार धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान से सीतारामपुर जलाशय में केज पद्धति से मछली पालन की शुरुआत हो रही है. यह योजना जनजातीय समुदाय की आजीविका, पोषण और आर्थिक सशक्तिकरण को बढ़ावा देने की दिशा में एक नवाचारी पहल है. लगभग 70 हेक्टेयर क्षेत्र वाले सीतारामपुर डैम में 32 केज यूनिट की स्थापना कर मत्स्य पालन कार्य प्रारंभ किया जाएगा. जलाशय में चार केज को एक यूनिट बना कर मत्स्य पालन किया जाएगा. प्रत्येक केज का आकार 7x5x5 मीटर होगा. इन संरचनाओं में मत्स्य बीज डालकर उन्हें वैज्ञानिक तकनीक से पालन कर मछलियों की बिक्री से लाभ अर्जित किया जाएगा.
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