सिमडेगा. ठेठईटांगर प्रखंड के मेरोमडेगा में छोटानागपुर कल्याण निकेतन की तरफ से जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को स्तनपान के महत्व के प्रति जागरूक करना था. साथ ही बाल पोषण को लेकर व्यवहार में परिवर्तन लाना था, ताकि शिशुओं और माताओं दोनों के स्वास्थ्य की स्थिति को बेहतर किया जा सके. कार्यक्रम का उद्घाटन मरोमडेगा पंचायत की मुखिया लक्ष्मी देवी ने किया. मुखिया ने कहा स्तनपान केवल एक जैविक प्रक्रिया नहीं, बल्कि शिशु के जीवन का आधार है. यह बच्चे को बीमारियों से लड़ने की ताकत देता है व मां-बच्चे के बीच अटूट संबंध बनाता है. पंचायत कोऑर्डिनेटर शांति देवी व संस्था की सचिव प्रियंका सिन्हा ने स्तनपान की वैज्ञानिक जानकारी के साथ शुरुआती छह महीने तक केवल मां का दूध देने की आवश्यकता पर बल दिया. कार्यक्रम में आंगनबाड़ी केंद्र में आने वाले बच्चों के लिए प्रतिदिन 1500 कैलोरी की पोषणीय आवश्यकता को पूरा करने हेतु संतुलित आहार प्रदान किया गया. कार्यक्रम को सफल बनाने में आंगनबाड़ी सेविकाओं व सहायिकाओं और संस्था की स्वयं सेविका सीता देवी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभायी.
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