
बोलबा. बोलबा प्रखंड के समसेरा स्थित संत टेरेसा चर्च में हुई डकैती की घटना का सभी लोग निंदा कर रहे हैं. विशेष रूप से ईसाई समुदाय के लोगों में काफी आक्रोश है. ईसाई समुदाय के लोगों ने डकैती कांड की निंदा करते हुए कहा है कि लगातार हमारे धार्मिक संस्थान व धर्म गुरुओं को निशाना बनाया जा रहा है, जिससे हमारी श्रद्धा को ठेस पहुंच रही है. समुदाय के लोगों ने प्रशासन से इस घटना पर कार्रवाई करते हुए अपराधियों को कठोर से कठोर सजा दिलाने की मांग की है. बताया गया कि संत टेरेसा चर्च में तीसरी बार डकैती की घटना को अंजाम दिया गया है. बेहरीनबासा के धर्मगुरु फादर सुमन किशोर धान ने कहा कि इस तरह की घटना पिछले कुछ साल से हो रही है. लेकिन इसके पीछे डकैतों की मानसिकता क्या है, इसकी भी जानकारी हमें लेनी पड़ेगी. समाज के लोगों को संगठित व सजग होकर इस प्रकार की घटना पर रोक लगानी होगी. समाज के लोगों को जागना पड़ेगा. सरकार को भी धर्म गुरुओं की सुरक्षा पर ध्यान देना चाहिए. उन्होंने कहा कि समसेरा जैसे क्षेत्रों में नेटवर्क की सुविधा नहीं है. ऐसी जगहों पर नेटवर्क बहाल किया जाना चाहिए, ताकि किसी तरह की समस्या होने पर लोगों को सूचना करने में आसानी हो. पीडियापोंछ पारिस के धर्म गुरु फादर अमृत बरवा ने कहा कि धर्म गुरुओं पर हमला व लूटपाट की घटना बहुत निंदनीय है. एक धर्म गुरु समाज की भलाई और प्रगति के लिए अपनी जिंदगी लगा देता है और उससे मारपीट करना शर्मनाक है. क्लेमेंट एक्का ने कहा कि धर्म गुरुओं के साथ मारपीट व लूटपाट की घटना निंदनीय है. ऐसी घटना में शामिल अपराधियों को कठोर से कठोर सजा मिलनी चाहिए. संत टेरेसा विद्यालय के शिक्षक तारसियुस कल्लू ने कहा कि हमारे धार्मिक स्थल पर लूटपाट व धर्म गुरुओं से मारपीट से हमारा समाज बहुत आहत व आक्रोशित है. जो भी अपराधी इस घिनौने कार्य में शामिल हैं, उन्हें फांसी की सजा होनी चाहिए. पूर्व शिक्षक सह समाजसेवी पीटर कल्लू ने कहा कि धर्म गुरुओं पर हमला अशोभनीय है. यह किसी भी हालत में क्षमा योग्य नहीं है. एलियाजर खाखा ने कहा कि हमारे धार्मिक संस्था व धर्म गुरुओं पर नहीं, बल्कि अपराधियों ने हमारे समाज पर हमला किया है. इसलिए अपराधियों को जल्द से जल्द पड़क कर कार्रवाई की जानी चाहिए.
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