
चक्रधरपुर. चक्रधरपुर के वीरा बाग में प्रथम रंगतुली आर्ट व कल्चर की ओर से चित्रांकन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. इसमें विभिन्न स्कूलों के 200 बच्चों ने भाग लिया. बच्चों को चार समूहों में बांटकर प्रतियोगिता करायी गयी. विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया. इस मौके पर रंगतुली आर्ट के निदेशक सह चित्रकार शुभाशीष चटर्जी ने कहा कि बच्चों के लिए कला व ड्राइंग सीखना सिर्फ एक शौक नहीं है, यह उनके समग्र विकास के लिए जरूरी भी है. बच्चे चित्र बनायें, तो उनकी प्रशंसा और प्रोत्साहित करें. श्री चटर्जी ने कहा कि बच्चे चित्रों के माध्यम से अपनी भावनाओं, विचारों व अनुभवों को व्यक्त करते हैं. इससे बच्चों का आत्मविश्वास बढ़ता है.
चित्रांकन प्रतियोगिता में बच्चों ने अपनी कल्पना को कागजों पर उकेरा. अधिकतर बच्चों ने महाकुंभ स्नान और मेला के दृश्य को दर्शाया. रेगिस्तान में पानी लेकर आती महिलाऐं, प्राकृतिक आपदा व पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचाव करने जैसे चित्रों को भी बनाया. यह लोगों के लिए प्रेरणादायक है. इन चित्रों को बनाने वाले टॉप टेन विजेताओं को पुरस्कृत किया गया. यह पुरस्कार शिक्षक डॉ श्रीकांत मजूमद्दार व रंगतुली अर्ट व कल्चर के निदेशक सुभाशिष चटर्जी, प्रशांति शील व देबाल पाठक ने बच्चों को पुरस्कार प्रदान किया.प्रतियोगिता के टॉप थ्री विजेता
पुरस्कृत होने वालों में समूह ए में श्रीजा गुप्ता, प्रज्ञा कुमारी व यशराज चौधरी, समूह बी में अनिकेत मंडल, सत्यम प्रधान व अग्रदीप माझी, समूह सी में देवदिप्ता मुखर्जी, श्रुति सिन्हा व अद्वित्या साहा, समूह डी में मनिषा सिन्हा, सोनाक्षी कुमारी व स्नेहा महतो को क्रमश: प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान के लिए पुरस्कृत किया गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है