
चक्रधरपुर. चक्रधरपुर के आदिवासी मित्र मंडल में शुक्रवार को हर्षोल्लास से आदिवासी हो समाज का सबसे बड़ा पर्व मागे पोरोब मनाया गया. आदिवासी मित्र मंडल की ओर से शहर के पोटका में मागे पोरोब के अवसर पर आदिवासी हो समाज का महाजुटान हुआ. सबसे पहले देशाउली स्थल में दिउरी बहादुर सुरीन ने दोपहर में मागे पोरोब बोंगा बुरु किया. सबकी खुशहाली, समृद्धि और शांति की प्रार्थना की. इसके बाद आगंतुक मागे पोरोब में पारंपरिक वेशभूषा धोती-साड़ी में आखड़ा में शामिल हुए. सामूहिक नृत्य का आनंद लिया. देर रात तक हो समाज के लोग पारंपरिक नगाड़ा, मांदर, दुमंग की थाप पर लोकनृत्य के सागर में गोते लगाते रहे. इस दौरान अतिथियों के साथ मागे पोरोब में आए आदिवासी मित्र मंडल के पूर्व पदाधिकारियों को सम्मानित किया गया. आंगतुकों के बीच खिचड़ी वितरण किया गया. इस मौके पर दरशरथ गागराई ने कहा कि संस्कृति और प्रकृति संरक्षण का संदेश देता है मागे पोरोब.
विधायक समेत अन्य अतिथि हुए सम्मानित
समारोह के दौरान खरसावां के विधायक दशरथ गागराई समेत अन्य अतिथियों को मंच पर आदिवासी मित्र मंडल की ओर से सम्मानित किया गया. खरसावां विधायक दशरथ गागराई, बंदगांव प्रखंड के कृषि पदाधिकारी विजय सिंह जोंको, केएनटी अध्यक्ष माझीराराम जामुदा, एसडीई राखी बिरुली, संत गागराई, रेलवे के हिंदी अधिकारी कुंवर सिंह कोड़ाह, डॉ विजय सिंह गागराई, दिनेश सोय, विजय मेलगांडी को अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया. आयोजन को सफल बनाने में सिद्धार्थ जामुदा, कश्मीर कांडेयांग, मंजु हेस्सा, सहायक दिउरी चांदनी सुरिन, सुकु बोदरा, संजय केरकेट्टा सोमनाथ कोया, प्रीतम बांकिरा, विजय सिंह सामाड, मंटू गागराई, योगेंद्र मुंडरी, कश्मीर कांडेयांग, चंबर जामुदा, कैलाश बांकिरा, सोनाराम लोवादा, अमरनाथ सोय, सुखराज सुरीन, देवानंद मुर्मू, नीतिमा जोंको, अंजीता लागुरी, मधु डांगिल, जगरनाथ बांदा, गणेश चंद्र कुदादा, मनोज बांकिरा, गोवर्द्धन गागराई, रवींद्र गिलुवा, विशु होनहगा, भोलेनाथ बोदरा, हेमंत सामाड, सत्यजीत हेम्ब्रम, शिवा देवगम, विजय सिंह सुम्बरुई, सरस्वती हेस्सा, शीला कोड़ाह, सुशीला सामाड, मंजू हेस्सा, सुमी लागुरी, सागेन हेम्ब्रम, गणेश चंद्र कुदादा, राहुल हेम्ब्रोम आदि का सराहनीय योगदान रहा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है