मनोहरपुर. मनोहरपुर के तरतरा गांव निवासी सेवानिवृत्त शिक्षक रामानंदन महतो के द्वितीय सुपुत्र अहलाद महतो की मौत ईरान में एक दुर्घटना में हो गयी. परिजनों को अपने पुत्र के शव आने का इंतजार है. जानकारी के मुताबिक घटना 28 मार्च की है. जिस शिप में वह कार्यरत थे उसी शिप में दुर्घटना से उनकी मौत हो गई. अहलाद बीएनडी शिप मैनेजमेंट सर्विस प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ईरान में इंजीनियर के रूप में कार्यरत थे. जानकारी के मुताबिक वर्ष 2017 अगस्त को वे अपने पैतृक घर तरतरा गांव से ईरान गये थे. पिता रामानंदन महतो ने अहलाद महतो के शव को भारत लाने की गुहार मनोहरपुर थाने में लगायी है. इस बाबत मनोहरपुर थाने में सनहा दर्ज कर आवश्यक कार्रवाई शुरू कर दी गयी है. इधर मृतक अहलाद के भाई रघुनंदन महतो ने बताया कि ईरान सरकार से हुई बातचीत के मुताबिक 1 अप्रैल से अहलाद के शव को भारत भेजने की कार्रवाई की जायेगी. गौरतलब है कि मृतक के पिता रामानंदन महतो सेवानिवृत्ति के बाद फिलवक्त मनोहरपुर के कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में सेवा दे रहे हैं. उनके चार पुत्रों में अहलाद महतो दूसरे नंबर पर था. परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट गया है. बेटे के अंतिम दर्शन का सबको इंतजार है. सांसद जोबा माझी ने भी इसे लेकर एक पत्र देश के विदेश मंत्री एस जयशंकर को लिखा है. पत्र में शव को भारत लाने में मदद करने और घटना की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की है.
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