अचेत अवस्था में बोरवेल से बाहर निकली चेतना
चेतना को बुधवार को जब बोरवेल से बाहर निकाला गया तो वो वह अचेत अवस्था में थी. पूरी तरह वो शांत थी. उसके शरीर में कोई हलचल नहीं हो रही थी. आनन-फानन में चेतना को कोटपूतली के बीडीएम अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों की टीम ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया. इस घटना के पूरे गांव में मातम पसर गया है.
काफी मुश्किल से किया गया था रेस्क्यू
रेस्क्यू टीम ने बताया कि चेतना काफी गहराई में थी, इस कारण रेस्क्यू में काफी परेशानी हुआ. पहले रिंग की मदद से बच्ची को बोरवेल से बाहर निकालने की कोशिश की गई, लेकिन सभी प्रयास विफल हो गये. दो दिनों तक लगातार उसे बाहर निकालने की कोशिश होती रही. हर बार रेस्क्यू टीम का प्रयास विफल हो जा रहा था. इसके बाद एक पाइलिंग मशीन मंगाया गया जिससे बोरवेल के समानांतर गड्ढा खोद कर चेतना को बाहर निकाला गया.
आर्यन की भी हो गई थी बोरवेल में मौत
बचाव दल ने बताया कि अभियान में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा था. चट्टानी सतह के कारण रेस्क्यू में काफी मुश्किलें आईं.वहीं चेतना के परिजनों ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है. बता दें, चेतना से पहले राजस्थान के दौसा में एक पांच साल का बच्चा आर्यन भी बोरवेल में गिर गया था. तमाम कोशिशों के बावजूद उसे जीवित बाहर नहीं निकाला जा सका था.
Also Read: Manmohan Singh Memorial: जल्द बनेगा पूर्वी पीएम मनमोहन सिंह का स्मारक! केंद्र सरकार ने परिवार को दिए विकल्प