बच्चे की आस दिखाकर 53 महिलाओं के जीवन से किया खिलवाड़, फिर भी नहीं भरी गोद, महिला डॉक्टर के खिलाफ केस

इन विट्रो फर्टिलाइजेशन ट्रीटमेंट यानी IVF तकनीक जिसके माध्यम से मातृत्व के एहसास से वंचित महिलाओं की सूनी गोद को भरा जा सकता है. ताजा मामला उपचार के नाम पर 53 महिलाओं के साथ धोखाधड़ी किए जाने का है. फिलहाल, इस मामले में महिला डॉक्टर के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है.

By Prabhat Khabar News Desk | April 14, 2022 12:44 PM
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Varanasi News: मातृत्व के एहसास को पाने के लिए कई अत्याधुनिक तरीके की चिकित्सकीय सुविधाएं इन दिनों प्रचलन में हैं. इनमें से ही एक है इन विट्रो फर्टिलाइजेशन ट्रीटमेंट यानी IVF तकनीक जिसके माध्यम से मातृत्व के एहसास से वंचित महिलाओं की सूनी गोद को भरा जा सकता है, लेकिन इस तकनीक के नाम पर दिल्ली की एक महिला डॉक्टर ने करीब 53 महिलाओं के साथ धोखाधड़ी की, जिसके चलते कैंट थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है.

प्रति महिला ढाई से तीन लाख रुपए वसूलने का आरोप

दिल्ली की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. मनिका खन्ना के खिलाफ वाराणसी के कैंट थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है. यह मुकदमा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को की गई शिकायत के आधार पर किया गया है. आरोप है कि प्रति महिला औसतन ढाई से तीन लाख रुपए वसूलने के बाद भी कोई मां नहीं बन सकी और बच्चे की आशा पूरी नहीं हुई. कैंट थाने की पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.

पीएम नरेंद्र मोदी के पास पहुंची शिकायत

मां न बन पाने का दंश झेलती इन महिलाओं ने अपनी फरियाद पीएम नरेंद्र मोदी से की तो इस फर्जीवाड़े का खुलासा सबके सामने आया. पांडेयपुर क्षेत्र की आवास विकास कॉलोनी निवासी बीके सिंह की तहरीर के आधार पर डॉ. मनिका खन्ना के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. दिल्ली की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. मनिका का पांडेयपुर क्षेत्र में GAUDIUM IVF सेंटर है. 2019 से लेकर 2021 अक्टूबर तक उन्होंने अलग-अलग शहरों की लगभग 53 महिलाओं ट्रीटमेंट के नाम पर इलाज शुरू किया. मगर यह उपचार पूरी तरह से असफल साबित हुआ.

मरीजों के रिकॉर्ड की कोई फाइल नहीं

बीके सिंह ने बताया कि डॉक्टर मनिका ने 53 मरीजों के साथ सीधे तौर पर धोखा किया है, क्योंकि उनके पास हमारे रिकॉर्ड की कोई फाइल नहीं बनी है. इतना ही नहीं हम सब ने IVF ट्रीटमेंट सेंटर के बारे में जब पूरी जांच पड़ताल की तो पता चला कि इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) के मानक के अनुरूप कोई प्रशिक्षित स्टॉफ भी नहीं है. जब इस बारे में डॉ मनिका से शिकायत की तो वे 22 सितंबर 2021 को पांडेयपुर स्थित अपना सेंटर बंद कर दिल्ली चली गईं. हम लोगों का 2 साल तक उन्होंने शारीरिक-आर्थिक और मानसिक रूप से शोषण किया है.

महिला डॉक्टर पर लगे गंभीर आरोप

उन्होंने आगे बताय कि, हम लोग उनसे मिलने के लिए दिल्ली के जनकपुरी स्थित उनके IVF ट्रीटमेंट सेंटर गए. लेकिन, हमारे पैसे वापस करना तो दूर उन्होंने हम सबसे बात तक नहीं की. इसके साथ ही हम लोगों को अपने सेंटर से भगाने के लिए पुलिस बुला ली. इस संबंध में जब डॉ. मनिका से बात की गई तो उनका कहना था कि मेरे पास ऐसी मशीन नहीं है कि इधर से मैटेरियल डालें और उधर से बच्चा निकल जाए.

पीएम मोदी से शिकायत कर की कार्रवाई की मांग

उन्होंने आगे बताया कि, हमने पुलिस, प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग से डॉ. मनिका खन्ना की शिकायत की, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई तो मजबूरी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से शिकायत की. हमें उम्मीद है कि प्रधानमंत्री के निर्देश पर मानव जीवन से खिलवाड़ करने वाली डॉ. मनिका के खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी. इसके साथ ही पुलिस, प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग यह सुनिश्चित करेंगे कि इस तरह का खिलवाड़ किसी और के जीवन के साथ कोई डॉक्टर नहीं करेगा.

रिपोर्ट- विपिन सिंह

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