84 दिन बाद फिर से संभाला है कार्यभार
प्रो. विनय कुमार पाठक (Prof Vinay Pathak) ने 84 दिन बाद सीएसजेएमयू (CSJMU) और आगरा विश्वविद्यालय (Agra University) का एक बार फिर से कार्यभार संभाल लिया है. जिसको लेकर समाजवादी पार्टी के विधायक (Samajwadi Party MLA)और कार्यकर्ताओं ने फिर से मोर्चा खोल दिया है. सपा विधायक ने बुधवार को सरसैया घाट पर कुलपति विनय पाठक के खड़ाऊ को गंगा नदी में प्रवाहित करते हुए सरकार को घेरा और सीबीआई जांच पर भी सवाल उठाया.
खड़ाऊ रखकर विवि चलाने का आरोप
सपा विधायक अमिताभ बाजपेई (SP MLA Amitabh Bajpai) का कहना है कि ग्रेट कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक (Prof Vinay Pathak) ने फिर से कार्यभार ग्रहण कर लिया है. उनका मानना है कि जिस खड़ाऊ से अभी तक विवि में कार्यो का निर्वाहन किया गया, प्रो. पाठक के कार्यभार संभालने पर इनका काम खत्म हो गया था. ऐसे में उनका विसर्जन गंगा नदी में कर दिया गया. उन्होंने घाट पर कुलपति के पदभार और गिरफ्तारी न होने का विरोध किया और नारेबाजी की.
जीरो टॉलरेंस का नायाब नमूना
सपा विधायक (Samajwadi Party MLA) का कहना है कि वर्तमान सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति का नायाब नमूना सबके सामने हैं. कुलपति से ना कोई पूछताछ की गई और ना ही पकड़ा गया इससे बड़ा और मजाक क्या हो सकता है. विधायक ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सपा कार्यकर्ताओं और विधायक इरफ़ान सोलंकी (MLA Ifan Solanki) के मामले में बिना जांच ही उनके घर दबिश दी है. बिना जांच के उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाता है. परिजनों ने सीबीआई जांच की मांग की तो बड़े खेल खेले जा रहें हैं.
सीएसजेएमयू के गेट पर भी कर चुके प्रदर्शन
सपा विधायक अमिताभ बाजपेई (SP MLA Amitabh Bajpai), हसन रूमी 25 दिन पहले भी सीएसजेएमयू (CSJMU) के गेट पर विरोध प्रदर्शन कर चुके हैं. सपा विधायक ने विनय पाठक (Prof Vinay Pathak) की फ़ोटो पर माला पहनाकर और खड़ाऊ रखकर सम्मान किया था. उनका कहना था कि खड़ाऊ का मतलब है, गंभीर आरोप होने के बाद भी कुलपति प्रो. विनय पाठक को उनके पद से नहीं हटाया गया. जिस कारण विवि के कार्य प्रभावित हो रहे हैं.
रिपोर्ट: आयुष तिवारी