उत्तर प्रदेश में डेंगू की रोकथाम के लिए मुख्यमंत्री लगातार अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे हैं. इससे पहले 12 नवंबर को डेंगू और अन्य संचारी रोगों की वर्तमान स्थिति को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ ने टीम-9 के साथ समीक्षा बैठक की. मुख्यमंत्री ने बैठक में अफसरों को सख्त निर्देश दिए हैं. साथ ही हर जिले में डेंगू डेडिकेटेड हॉस्पिटल बनाने के निर्देश जारी किए. साथ ही कहा कि, डेंगू रोकथाम के लिए सर्विलांस जरूरी है. 17 नवंबर से सभी जिलों में डेडिकेटेड डेंगू अस्पताल शुरू हो जाएंगे.
मुख्यमंत्री ने टीम-9 की बैठक ने कहा कि, बीते कुछ सप्ताह के बीच डेंगू और अन्य संचारी रोगों के दुष्प्रभाव में इजाफा देखा जा रहा है. इनकी स्क्रीनिंग के लिए सर्विलांस को बेहतर करने की आवश्यकता है. इस काम के लिए आशा बहनों का सहयोग लें. घर-घर जाकर स्क्रीनिंग कराएं. डेडिकेटेड अस्पतालों में चिकित्सकों और स्वास्थ्यकर्मियों की उपलब्धता हो और आसान से जांच की सुविधा उपलब्ध हो सके. उन्होंने मंत्रियों को निर्देश देते हुए कहा कि, वे फील्ड में समय-समय पर स्थिति का जायजा लेते रहें. साथ ही सुनिश्चित किया जाए कि अस्पताल में आने वाले हर मरीज को बेड मिले.
उत्तर प्रदेश के अलग-अलग इलाकों से सामने आ रहे नए मामलों में फिलहाल कोई कमी दर्ज नहीं की जा रही है. राजधानी लखनऊ में बीते 24 घंटे में 45 नए मरीज सामने आए हैं. साथ ही एक मरीज की मौत से इलाके में हड़कंप मच गया. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 2 हजार चार सौ बारह घरों और आसपास मच्छरजनित स्थितियों का सर्वेक्षण किया. साथ ही घरों में लार्वा मिलने पर 14 लोगों को नोटिस जारी किया. इस तरह पूरे राज्य में कुल डेंगू मरीजों की संख्या 11,000 के आंकड़े को पार कर गई है.