काशी तमिल संगमम् में पहुंचे गृहमंत्री अमित शाह, बोले तमिलनाडु वाले काशी को कभी भूल नहीं सकते

गृहमंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को काशी में कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी के काशी तमिल संगमम् की कल्पना की पूर्णाहुति होने जा रही है. उन्होंने कहा कि हालांकि ये शुरुआत भारतीय संस्कृति के दो शिखर तमिलनाडु और काशी के सांस्कृतिक मिलन की शुरुआत है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 16, 2022 7:24 PM
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Varanasi: सांस्कृतिक व अध्यात्म की नगरी वाराणसी में एक माह से चल रहा काशी तमिल संगमम् शुक्रवार को समाप्त हो गया. दक्षिण भारत और उत्तर भारत को जोड़ने वाले इस कार्यक्रम के समापन के मौके पर गृह मंत्री अमित शाह वाराणसी पहुंचे. उन्होंने कहा कि यह अलौकिक कार्यक्रम दो महान सांस्कृतिक धरोहरों का अद्भुत संगम है. बीएचयू के एंफीथिएटर मैदान में आयोजित काशी तमिल संगमम् का उद्घाटन पीएम नरेंद्र मोदी ने किया था.

गृहमंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को काशी में कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी के काशी तमिल संगमम् की कल्पना की पूर्णाहुति होने जा रही है. उन्होंने कहा कि हालांकि ये शुरुआत भारतीय संस्कृति के दो शिखर तमिलनाडु और काशी के सांस्कृतिक मिलन की शुरुआत है. लंबे समय से देश की संस्कृतियों को जोड़ने का प्रयास नहीं हुआ था. पीएम मोदी ने काशी तमिल संगमम् के माध्यम से ये प्रयास किया है.

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गृहमंत्री ने कहा कि भारत की आजादी के अमृतकाल में पीएम नरेंद्र मोदी ने सांस्कृतिक पुनर्जागरण का काम किया है. भारत अनेक संस्कृतियों, भाषाओं, बोलियों और कलाओं से बना हुआ देश है. लेकिन भारत की आत्मा एक है. उन्होंने कहा कि आजादी के बाद एक समय ऐसा आया था, जब देश की सांस्कृतिक एकता में जहर घोलने का प्रयास किया गया. लेकिन अब एक भारत श्रेष्ठ भारत की रचना करने का समय आ गया है. उन्होंने कहा कि तमिलनाडु वाले काशी को कभी भूल नहीं सकते हैं.

उधर वाराणसी आने से पहले गृहमंत्री अमित शाह ने एक ट्वीट भी किया था. उन्होंन लिखा था कि मैं भारत के सबसे पुराने स्थानों वाराणसी और तमिलनाडु के बीच सांस्कृतिक और पारंपरिक संबंधों को पुनर्जीवित करने के लिए काशी तमिल संगमम कार्यक्रम को संबोधित करने की प्रतीक्षा कर रहा हूं.

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि काशी तमिल संगमम् ने वाराणसी में एक भारत, श्रेष्ठ भारत की कल्पना को साकार किया है. इस बड़े सांस्कृतिक आयोजन के लिए काशी को चुना जाना यूपी के लिए बड़ी बात है. यूपी भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत का प्रतिनिधित्व करता है. तमिलनाडु इन सभी समानताओं को लेकर कला, संस्कृति, ज्ञान की प्राचीनतम परंपराओं का नेतृत्व करता है.

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