लखनऊ के बाद मेरठ और वाराणसी से 6 सदस्य गिरफ्तार
बता दें, देश में पीएफआई (PFI) और उससे जुड़े लोगों की ट्रेनिंग गतिविधियों, टेरर फंडिंग और नापाक मंसूबों को अंजाम देने के लिए लोगों को संगठन से जोड़ने के खिलाफ NIA की अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई जारी है. देशभर में छापेमारी के दौरान 100 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है, और गिरफ्तारी का सिलसिला लगातार जारी है. इस क्रम में मेरठ और वाराणासी में गिरफ्तारी से पहले यूपी एसटीएफ ने लखनऊ के मदेगंज इलाके से अहमद बेग नदवी को भी गिरफ्तार किया है.
नदवी, मोटिवेशनल स्पीकर का करता था काम
प्राप्त जानकारी के अनुसार, नदवी पर आरोप है कि वह पीएफआई के लिए मोटिवेशनल स्पीकर के तौर पर यूट्यूब पर लोगों को बरगलाने का काम करता था. इसके अलावा ये सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया का सदस्य भी रहा है. फिलहाल, यूएपीए के तहत आरोपी की गिरफ्तारी कर ली गई है
पीएफआई के लिए फंड इकट्ठा करता था नदवी
यूपी एसटीएफ ने नदवी के पास से मोबाइल और लैपटॉप जब्त किया है. जिसमें कई आपत्तिजनक वीडियो मिले हैं. इस पर खाड़ी देशों से पीएफआई के लिए फंड इकट्ठा करने का भी आरोप है. ऐसी जानकारी प्राप्त हुई है कि, ये साल 2047 तक हिंदुस्तान को मुस्लिम राष्ट्र बनाने की मुहिम चला रहा था. नदवी मूल रूप से श्रावस्ती का रहने वाला है.
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मुस्लिम युवाओं की भर्ती में जुटा था पीएफआई
इधर. देशभर में पॉपलुर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की धरपकड़ का सिलसिला लगातार जारी है. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने इस संगठन की गतिविधियों को लेकर कई बड़े खुलासे किए हैं. एनआईए ने शुक्रवार को बताया कि पीएफआई, आईएसआईएस (ISIS) जैसे प्रतिबंधित आतंकी संगठन के लिए मुस्लिम युवाओं की भर्ती में जुटा था.