इस घटना से संबंधित वीडियो को ट्वीट करते हुए पूर्व सांसद जयंत चौधरी ने लिखा है, ‘अगर आपका लाठी चलाने का हक है, मेरा अपने लोगों के साथ खड़े होने का हक है. खूब लाठी चलाओ, हमारा निश्चय उतना ही मजबूत होगा. 8 अक्टूबर को मुजफ्फरनगर में मिलेंगे.’
इसी घटना को लेकर ट्विटर का वीडियो ट्वीट करते हुए अशोक किंकर ने लिखा है, ‘जयंत चौधरी पर पुलिसिया कहर. इनके दादाजी यानी चौधरी चरण सिंह जी भारत के प्रधानमंत्री और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे. उनके किसान साथी अपने ऊर लाठी झेलते हुए चिल्ला रहे हैं कि ये जयंत चौधरी हैं, लेकिन पुलिस तो लठ भांजने में मस्त है.’
खबर यह भी है कि इस लाठीचार्ज में रालोद के कई कार्यकर्ता घायल हो गए हैं. हालांकि, इस दौरान कार्यकर्ताओं ने खुद पर लाठियां खाकर जयंत चौधरी का बचाव कर लिया है. हालांकि, इसके पहले पुलिस ने समाजवादी कार्यकर्ताओं पर लाठी भांजी थी, जिसमें कई लोगों को चोटें भी आयीं.
एसडीएम ने कही ये बात
मीडिया की खबर के अनुसार, इस मामले में हाथरस सदर के एसडीएम प्रेम प्रकाश मीणा ने बताया कि गांव में अभी 5 से अधिक लोगों के प्रतिनिधिमंडल को जाने की इजाजत नहीं है. हमें समाजवादी पार्टी और रालोद के 5 लोगों के नाम मिले थे. तभी कार्यकर्ताओं ने महिला पुलिसकर्मियों के साथ दुर्व्यवहार किया और बैरिकेडिंग तोड़ डाली. पत्थरबाजी भी की गई. हमारे एक सीओ घायल हो गए. भीड़ को नियंत्रण में लेने के लिए हमें लाठीचार्ज करना पड़ा. अभी हालात सामान्य हैं.
Posted By : Vishwat Sen