कृतिका ने बताए यूक्रेन के हालात
कृतिका की मां सरिता ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए बताया कि, यूक्रेन में जिस दिन पहली मिसाइल गिरी उस दिन से ही हम लोगों का खाना पीना बन्द हो गया था. उन्होंने कहा कि मीडिया में मिली जानकारी के अनुसार, मेडिकल स्टूडेंट्स के लिए यहां एडमिशन की जल्द व्यवस्था होगी, ताकि उनका भविष्य न खराब हो. इसलिए आप लोग खुद समझ जाइए आज हमारा वोट किसको जाएगा. हम बीजेपी सरकार का धन्यवाद व्यक्त करते हैं.
कृतिका ने भारत सरकार का किया धन्यवाद
यूक्रेन से वापस लौटी कृतिका ने बताया कि उनके पिता बिजनेसमैन हैं. कृतिका अक्टूबर 2021 में एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए यूक्रेन गयी थीं. जहां रूस और यूक्रेन के युद्ध के दौरान वे वहीं फंस गयी थी. मगर, भारत सरकार की मदद से अपने देश और शहर वाराणासी वापस लौटीं. कृतिका ने भारत सरकार के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा कि, सरकार हम मेडिकल स्टूडेंट्स की सीट बढ़ा दे ताकि हम विदेश न जाएं.
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यूक्रेन की आर्मी ने गाड़ियों को रोककर किया सैल्यूट
उन्होंने बताया कि जब हमारे देश के फ्लैग के साथ हम गाड़ी से गुजर रहे थे, तब वहां की आर्मी ने गाड़ियों को रोककर हमें सैल्यूट किया. हमारे देश की सरकार ने हम स्टूडेंट्स के लिए काफी कुछ किया. सुरक्षित यूक्रेन से वापस आने में, और कुछ पाकिस्तानी देश के और अन्य देश के छात्र भी हमारे देश के फ्लैग यूज कर रहे थे. जब युद्ध शुरू हुआ तो वे 4 दिन तक बंकर में छिपे थे. मैं खरकीव में रहती थी जो कि रशिया बॉर्डर से 50-60 किलोमीटर की दूरी पर है.
रिपोर्ट- विपिन सिंह