विपिन की मां ने सीजेएम कोर्ट में दिए प्रार्थना पत्र में बताया था कि उनके बेटे विपिन को फर्जी मुकदमे में फंसा कर जेल भेजा गया था. और वह जमानत पर छूट कर अपने काम में लगा था. घटना के दिन वह जंगल छत्रधारी अपने मित्र को छोड़ने गया था. प्रॉपर्टी डीलर छोटू ने उसे रास्ते में देख लिया था.
जिसके बाद उसने अपने साथियों के संग मिलकर फायरिंग शुरू कर दी. इसमें दो लोगों को गोली लगी थी. बिपिन अपनी जान बचाने के लिए भागा तो पुलिस टीम और छोटू ने उसे घेर कर गोली मार दी. उन्होंने अपनी अर्जी में बताया है कि क्राइम ब्रांच और गुलरिहा थाने की पुलिस का प्रॉपर्टी डीलर छोटू प्रजापति के साथ सांठगांठ था.
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क्या है पूरा मामला
बताते चलें 9 जून 2020 को पिपराइच क्षेत्र के जंगल छत्रधारी में पुलिस का बदमाश विपिन सिंह के साथ मुठभेड़ हुआ था. जिसमें शाहपुर थाना क्षेत्र के पादरी बाजार निवासी बदमाश विपिन सिंह को गोली लगी थी. और उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज ले जाते समय रास्ते में ही उसकी मृत्यु हो गई थी. पुलिस की माने तो बदमाश विपिन सिंह अपने साथियों के साथ प्रॉपर्टी डीलर छोटू प्रजापति और उसके साथियों की हत्या करने आया था. इस दौरान पुलिस द्वारा घेराबंदी किया गया. जिसके बाद वह पुलिस पर फायरिंग करते हुए भागने लगा. पुलिस की जवाबी कार्रवाई में विपिन को गोली लगी और मौत हो गई.
रिपोर्ट –कुमार प्रदीप ,गोरखपुर