संगम नगरी प्रयागराज में महाकुंभ के समाप्त होते ही वीआईपी सड़क का हाल हुआ बदहाल

प्रयागराज महाकुंभ के समाप्त होते ही प्रयागराज की आई.आई. आई.टी वीआईपी सड़क धंसते नज़र आ रही है जिसको लेकर सवाल यह उठ रहा है कि क्या सड़क की गुणवत्ता को सही ढंग से जांचा परखा नहीं गया या सड़को को जल्दबाजी में......

By Abhishek Singh | March 22, 2025 6:56 PM
an image

प्रयागराज महाकुंभ शुरू होने से ठीक पहले कुछ ही दिनों में प्रयागराज विकास प्राधिकरण द्वारा लगातार विकास कार्य हो रहा था जिसके अंतर्गत कई सड़क का भी विस्तार एवं चौड़ीकरण हुआ था. बताते चलें कि प्रयागराज महाकुंभ से जोड़ने के लिए एक खूबसूरत वीआईपी रोड का भी निर्माण हुआ था. जो कि सीधा एयरपोर्ट से आई आई आई टी रोड से होते हुए कालिंदीपुरम नए पुल से जोड़ता है.जिसको लेकर उत्तर प्रदेश सरकार ने काफी बजट भी लगाया. लेकिन अब वहीं बात करें तो सड़कों का हाल अब बदहाल होते नज़र आ रहा है. सवाल यह उठता है कि क्या सड़कों का निर्माण जल्द बाजी में गलत ढंग से करवाया गया.या सड़क की गुणवत्ता को सही ढंग से सक्षम अधिकारियों ने जांचा परखा नहीं या सिर्फ इन सड़कों को 3 माह के ही लिए बनवाया गया था.ऊपर दिए गए फोटो में आप सभी साफ तौर पर देख सकते हैं कि किस तरीके से नई सड़क बीचों बीच धंसते नज़र आ रही है.इस सड़क से तमाम वीआईपी मोमेंट्स भी होते हैं एवं काफी लोगों कि आवाजाही भी होती है ऐसे में अगर कोई सड़क दुर्घटना होती है तो इसका जिम्मेदार कौन होगा.

कई जगह सौंदर्यीकरण को लेकर सड़को पर खूबसूरत लाइट भी लगाई गई थी.

प्रयागराज की सड़कों पर कुछ ऐसी खूबसूरत लाइटें लगाई गईं थीं जो कि प्रयागराज की खूबसूरती पर चार चांद लगाते नज़र आती थीं. लेकिन अब वहीं देखा जा सकता है कि महाकुंभ के समाप्त होते ही कुछ लाइटें ऐसी भी हैं जो अब जलना भी बंद हो गईं हैं. सवाल यह उठता है कि क्या इन लाइटों की देखभाल करने वाला प्रयागराज का कोई जिम्मेदार अधिकारी नहीं है क्या अब ऐसे ही धीरे धीरे प्रयागराज की खूबसूरती कम होने लगेगी.

प्रयागराज नगर आयुक्त का कहना है कि…..
प्रयागराज नगर आयुक्त को जब इस बात की जानकारी फोन के माध्यम से दी गई तो उन्होंने कहा कि इसको नोट कर लिया जा रहा है.

संबंधित खबर
संबंधित खबर और खबरें

UP News in Hindi उत्तर प्रदेश भारत का सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य है, जहां 20 करोड़ से ज्यादा लोग रहते हैं. यह राज्य प्रशासनिक रूप से 75 जिलों और 18 मंडलों में बंटा हुआ है. इसकी राजधानी लखनऊ है. वर्तमान में यहां भारतीय जनता पार्टी की सरकार है और योगी आदित्यनाथ लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री पद पर काबिज हैं. लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज, वाराणसी, अयोध्या, गोरखपुर, सीतापुर, इटावा, मथुरा, मुरादाबाद, मेरठ और बुलंदशहर जैसे शहर इसे पहचान देते हैं. देश की राजनीति में उत्तर प्रदेश की भूमिका बेहद अहम मानी जाती है. अक्सर कहा जाता है कि देश की सत्ता का रास्ता यूपी से होकर ही जाता है. प्रदेश की हर बड़ी खबर सबसे पहले जानने के लिए जुड़े रहिए प्रभात खबर डिजिटल पर.

होम E-Paper News Snaps News reels
Exit mobile version