‘मंगल पांडे न होते, तो न होते गांधी-नेहरू…’ RLD ने की भारत रत्न की मांग

Bharat Ratna for Mangal Pandey: RLD नेता ने कहा कि यदि मंगल पांडेय ने 1857 में स्वतंत्रता संग्राम का बिगुल न फूंका होता, तो देश को गांधी, नेहरू, टैगोर, अम्बेडकर और लोहिया जैसे नेता शायद नहीं मिलते.

By Shashank Baranwal | June 9, 2025 3:35 PM
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Bharat Ratna for Mangal Pandey: राष्ट्रीय लोकदल (RLD) ने 1857 की क्रांति के अग्रदूत शहीद मंगल पांडे को ‘भारत रत्न’ से सम्मानित करने की मांग उठाई है. पार्टी के राष्ट्रीय सचिव अनुपम मिश्र ने यह मांग बलिया जिले में मीडिया से बातचीत के दौरान रखी.

‘यह पुरस्कार का भी सम्मान’

दरअसल, अनुपम मिश्र ने रविवार को ‘अमर शहीद सम्मान यात्रा’ के तहत रविवार को बलिया जिले पहुंचे थे. यहां उन्होंने मंगल पांडे की जन्मस्थली नगवा का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि मंगल पांडेय को भारत रत्न दिया जाना चाहिए. इससे केवल उनका नहीं, बल्कि पुरस्कार का भी सम्मान होगा.

ऊंची प्रतिमा और गांव के विकास की मांग

RLD नेता ने बलिया में मंगल पांडे की विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा स्थापित करने की भी मांग की. उन्होंने कहा कि यदि मंगल पांडेय ने 1857 में स्वतंत्रता संग्राम का बिगुल न फूंका होता, तो देश को गांधी, नेहरू, टैगोर, अम्बेडकर और लोहिया जैसे नेता शायद नहीं मिलते. इस दौरान उन्होंने नगवा गांव की दुर्दशा पर भी गहरी चिंता जताते हुए कहा कि स्मारक के नाम पर सिर्फ एक चहारदीवारी है और वहां घास-फूस उगा है. यह एक महान क्रांतिकारी के साथ अन्याय है.

अन्य क्रांतिकारियों की स्थिति पर भी सवाल

मिश्र ने चंद्रशेखर आजाद और राम प्रसाद बिस्मिल के स्मारकों की बदहाली का मुद्दा भी उठाया और कहा कि आजादी के इन महान नायकों को उनके योगदान के अनुसार सम्मान नहीं मिल पाया है. उन्होंने भरोसा जताया कि उनकी मांगों को गंभीरता से लिया जाएगा. इस मसले पर सीएम योगी से मिलकर बात करूंगा और पीएम को पत्र भी लिखूंगा. हम सरकार का हिस्सा हैं, उम्मीद है बात सुनी जाएगी.

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