चंदौसी में अवैध मस्जिद पर टूटा प्रशासन का कहर, 34 मकानों को भी खाली करने का फरमान!

Bulldozer Operation: चंदौसी के लक्ष्मणगंज में नगर पालिका की जमीन पर बनी अवैध रजा-ए-मुस्तफा मस्जिद को गिराने में मस्जिद कमेटी तय समय तक विफल रही. प्रशासन ने सख्ती दिखाते हुए चेतावनी दी कि शेष ढांचा तुरंत न गिराया गया तो जेसीबी से कार्रवाई होगी. 34 मकानों को भी नोटिस जारी.

By Abhishek Singh | June 23, 2025 5:41 PM
an image

Bulldozer Operation: चंदौसी के लक्ष्मणगंज क्षेत्र में नगर पालिका की करीब साढ़े छह बीघा ज़मीन पर बनी रजा-ए-मुस्तफा मस्जिद को अवैध घोषित किया गया. मस्जिद कमेटी ने प्रशासन से अनुमति लेकर खुद ही मस्जिद को गिराने की सहमति दी थी और शनिवार शाम तक पूरा ढांचा हटाने का आश्वासन दिया था। लेकिन तय समय सीमा तक मस्जिद का सिर्फ 60 प्रतिशत हिस्सा ही गिराया जा सका. रविवार सुबह जब प्रशासन दोबारा मौके पर पहुंचा, तो पाया कि शेष ढांचे का कार्य भी रोक दिया गया है. इस पर एसडीएम विनय कुमार मिश्रा ने नाराजगी जताते हुए सख्त लहजे में कहा कि यदि शेष ढांचा तुरंत नहीं गिराया गया तो प्रशासन खुद कार्रवाई करेगा.

प्रशासनिक टीम मौके पर पहुंची, जेसीबी लेकर तैयारी पूरी

रविवार को प्रशासनिक अधिकारियों की बड़ी टीम – जिसमें एसडीएम विनय मिश्रा, सीओ अनुज चौधरी, नगर पालिका के ईओ धर्मराज राम, पुलिस बल और अर्द्धसैनिक बल शामिल थे – जेसीबी मशीन के साथ मौके पर पहुंची. टीम ने स्थिति का जायजा लिया और मौके पर मौजूद मस्जिद कमेटी को अंतिम चेतावनी दी. अधिकारियों का कहना है कि जब तक ढांचा पूरी तरह नहीं हटाया जाएगा, प्रशासन कार्रवाई से पीछे नहीं हटेगा. इसके लिए जेसीबी और पर्याप्त बल तैनात किया गया है.

बुलडोजर देख खुद जुटे मस्जिद तोड़ने में, लेकिन गति रही धीमी

जैसे ही शनिवार सुबह प्रशासन जेसीबी लेकर मौके पर पहुंचा, मस्जिद कमेटी के सदस्य खुद ही ढांचा गिराने में जुट गए. यह दृश्य यह बताने के लिए काफी था कि प्रशासन की सख्ती का असर हुआ है. हालांकि कार्य की गति बेहद धीमी रही. मस्जिद का केवल कुछ हिस्सा ही गिराया जा सका और शेष ढांचा जस का तस रहा. यह देखते हुए प्रशासन ने स्पष्ट किया कि यदि निर्धारित समय सीमा के भीतर काम पूरा नहीं हुआ, तो प्रशासन खुद जेसीबी से शेष कार्य पूरा कराएगा.

34 अवैध मकानों को 15 दिन में खाली करने का अल्टीमेटम

मस्जिद के अलावा लक्ष्मणगंज क्षेत्र में नगर पालिका की जमीन पर बने 34 मकानों को भी अवैध पाया गया है. प्रशासन ने इन मकान मालिकों को 15 दिन के भीतर खुद से मकान खाली कर गिराने के निर्देश दिए हैं.
एसडीएम और सीओ ने खुद घर-घर जाकर लोगों से बातचीत की और नोटिस चस्पा करने के आदेश दिए. कई निवासियों ने बैनामे की बात कही है, लेकिन प्रशासन का कहना है कि पालिका भूमि पर कब्जा किसी भी रूप में वैध नहीं माना जाएगा जब तक सभी दस्तावेज पूर्णतः प्रमाणित न हों.

इंग्लिश मीडियम स्कूल में मिला गोबर और परचून का सामान, जांच शुरू

निरीक्षण के दौरान प्रशासन को लक्ष्मणगंज इलाके में एक इंग्लिश मीडियम स्कूल “जीएस” मिला, जहां शिक्षण की जगह परचून का सामान और पशु गोबर पड़ा था. पूछताछ में स्कूल संचालक रिफाकत ने बताया कि ईद के मौके पर कुर्बानी की गई थी, जिससे यह अवशेष बचे हैं. प्रशासन को संदेह है कि गोबर गोवंश का हो सकता है. इसके सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं और संचालक से गहन पूछताछ जारी है. यदि गोवंश से जुड़ी पुष्टि होती है, तो धार्मिक और कानूनी दृष्टिकोण से बड़ा मामला बन सकता है.

प्रशासन की सख्ती के बाद दोबारा शुरू हुआ ध्वस्तीकरण कार्य

शनिवार को मस्जिद गिराने का कार्य अत्यंत धीमा हो रहा था, जिससे प्रशासन ने नाराजगी व्यक्त की. एसडीएम की फटकार के बाद मस्जिद कमेटी ने फिर से मजदूर बुलाए और कार्य शुरू करवाया. प्रशासन ने यह साफ निर्देश दे दिया है कि यदि ढांचा जल्द से जल्द नहीं हटाया गया, तो रविवार को जेसीबी लगाकर सरकारी संसाधनों से पूरा कार्य कराया जाएगा. साथ ही, मस्जिद कमेटी को भी चेतावनी दी गई है कि सहयोग नहीं करने पर उनके खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

संबंधित खबर
संबंधित खबर और खबरें

UP News in Hindi उत्तर प्रदेश भारत का सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य है, जहां 20 करोड़ से ज्यादा लोग रहते हैं. यह राज्य प्रशासनिक रूप से 75 जिलों और 18 मंडलों में बंटा हुआ है. इसकी राजधानी लखनऊ है. वर्तमान में यहां भारतीय जनता पार्टी की सरकार है और योगी आदित्यनाथ लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री पद पर काबिज हैं. लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज, वाराणसी, अयोध्या, गोरखपुर, सीतापुर, इटावा, मथुरा, मुरादाबाद, मेरठ और बुलंदशहर जैसे शहर इसे पहचान देते हैं. देश की राजनीति में उत्तर प्रदेश की भूमिका बेहद अहम मानी जाती है. अक्सर कहा जाता है कि देश की सत्ता का रास्ता यूपी से होकर ही जाता है. प्रदेश की हर बड़ी खबर सबसे पहले जानने के लिए जुड़े रहिए प्रभात खबर डिजिटल पर.

होम E-Paper News Snaps News reels
Exit mobile version