CM YOGI GIFTS: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ स्थित लोकभवन सभागार में सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा आयोजित भव्य कार्यक्रम में 3300 करोड़ रुपये की विभिन्न शिक्षा परियोजनाओं का शुभारंभ किया. मुख्यमंत्री ने कहा कि बेसिक शिक्षा केवल एक सरकारी व्यवस्था नहीं, बल्कि राष्ट्र निर्माण की नींव है. उन्होंने शिक्षा को बच्चों के भविष्य को सँवारने का सबसे प्रभावशाली माध्यम बताते हुए कहा कि सरकार का उद्देश्य हर बच्चे तक गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पहुँचाना है.
43 मुख्यमंत्री मॉडल कम्पोजिट विद्यालयों और 66 मुख्यमंत्री अभ्युदय कम्पोजिट विद्यालयों का शिलान्यास
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य के 139 उच्चीकृत कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों के नवनिर्मित भवनों और अतिरिक्त डॉरमेट्री का लोकार्पण किया. साथ ही 43 मुख्यमंत्री मॉडल कम्पोजिट विद्यालयों और 66 मुख्यमंत्री अभ्युदय कम्पोजिट विद्यालयों का शिलान्यास किया गया.
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब समय आ गया है कि शिक्षा का ऐसा वातावरण तैयार किया जाए जहां ड्रॉपआउट की समस्या समाप्त हो और हर बच्चा स्कूल से जुड़ सके. उन्होंने शिक्षक और छात्र अनुपात को संतुलित रखने पर बल देते हुए कहा कि हर विद्यालय में पर्याप्त शिक्षक होंगे ताकि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित की जा सके.
डिजिटल युग की ओर कदम बढ़ाते विद्यालय
कार्यक्रम के दौरान सीएम योगी ने प्रदेश के 7,409 विद्यालयों में स्मार्ट क्लास और 5,258 विद्यालयों में आईसीटी लैब की शुरुआत की. इसके साथ ही 503 पीएम श्री विद्यालयों में डिजिटल लाइब्रेरी का भी शुभारंभ किया गया. शिक्षकों को तकनीकी रूप से सशक्त बनाने के लिए उन्हें 51,667 टैबलेट्स वितरित किए गए.
नवाचार और समग्र विकास की दिशा में नई पहल
सीएम योगी ने राज्य शैक्षिक तकनीकी संस्थान में स्थापित एजुकेशनल ब्रॉडकास्ट स्टूडियो का उद्घाटन किया, जिससे डिजिटल लर्निंग को बढ़ावा मिलेगा. इसके अलावा निपुण प्लस एप की शुरुआत भी की गई, जिससे कक्षा 3 से 12 तक के छात्र-छात्राओं का स्मार्ट असेसमेंट किया जा सकेगा.
हर बच्चे के खाते में ₹1,200 की सहायता राशि
मुख्यमंत्री ने स्कूली बच्चों की ड्रेस, स्वेटर, जूता-मोजा, बैग और स्टेशनरी खरीदने के लिए प्रति छात्र ₹1,200 की राशि डीबीटी के माध्यम से अभिभावकों के खाते में ट्रांसफर की. यह कदम पारदर्शिता और समयबद्धता के साथ जरूरतमंदों तक सहायता पहुंचाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है.
‘ऑपरेशन कायाकल्प’ से बदली स्कूलों की तस्वीर
सीएम योगी ने कहा कि 2017 से पहले प्रदेश के सरकारी स्कूलों की स्थिति दयनीय थी जर्जर भवन, गंदगी और अव्यवस्था आम बात थी. लेकिन ऑपरेशन कायाकल्प के जरिए अब स्कूलों में शौचालय, स्वच्छ पेयजल, खेल मैदान, स्मार्ट क्लास जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं. इन प्रयासों से स्कूलों में छात्रों की संख्या कई जगहों पर 800 से 1200 तक पहुंच गई है.
शिक्षकों का सम्मान और छात्रों का समर कैंप
कार्यक्रम के दौरान निपुण आकलन में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले पांच शिक्षकों को सम्मानित किया गया. साथ ही, समस्त उच्च प्राथमिक व कम्पोजिट विद्यालयों में समर कैंप नवाचार की शुरुआत भी की गई, जहां छात्रों को खेल, संगीत, योग, कला व अन्य गतिविधियों की जानकारी दी जाएगी.
योग प्रशिक्षण के लिए दिए अहम निर्देश
सीएम योगी ने कहा कि आगामी योग दिवस के लिए सभी विद्यालयों में अभी से तैयारी शुरू की जाए और बच्चों को योग का प्रशिक्षण दिया जाए. साथ ही, बीएड और एमएड छात्रों को निपुण आकलन के कार्यों से जोड़ने की भी घोषणा की, जिससे उन्हें व्यावहारिक अनुभव मिलेगा. मुख्यमंत्री ने ऐलान किया कि हर विधानसभा स्तर पर एक मुख्यमंत्री कम्पोजिट विद्यालय स्थापित किया जाएगा, जिससे हर बच्चे को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का अवसर मिल सके.
उत्तर प्रदेश में बेसिक शिक्षा को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने जो व्यापक बदलाव और योजनाएं शुरू की हैं, वे शिक्षा की दिशा में एक नई क्रांति के संकेत हैं. स्मार्ट क्लास से लेकर डिजिटल लाइब्रेरी, शिक्षक प्रशिक्षण से लेकर छात्र हित में डीबीटी, और समर कैंप जैसे नवाचारों से राज्य का भविष्य संवरने की दिशा में अग्रसर है. यह न केवल उत्तर प्रदेश को एक शैक्षिक मॉडल राज्य बनाने की ओर बढ़ रहा है, बल्कि भारत के शिक्षा क्षेत्र को भी नई दिशा देने वाला कदम है.
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