‘ब्राह्मणों का काम शादी, पूजा-पाठ करना’
ओपी राजभर ने कहा कि हर समाज और जाति के बीच काम को लेकर एक तय व्यवस्था है, जिसका पालन जरूरी है. उन्होंने कहा कि ब्राह्मण समाज का काम विवाह, पूजा-पाठ और धार्मिक अनुष्ठान कराना है. अगर यादव समुदाय ये कार्य करते हैं तो यह दूसरों के अधिकार में दखल देना हुआ. राजभर ने यह भी आरोप लगाया कि कुछ लोग फर्जी तरीके से दो-दो आधार कार्ड बनवाकर दूसरे वर्ग के अधिकारों पर कब्जा कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि यादवों को केवल अपने पारंपरिक काम तक ही सीमित रहना चाहिए, तभी समाज में संतुलन और व्यवस्था बनी रह सकती है.
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21 जून को यादव संत के साथ हुई बदसलूकी
दरअसल, इटावा के दांदरपुर गांव में 21 जून को कथावाचक मुकुट मणि यादव और संत कुमार यादव के साथ मारपीट और बदसलूकी की गई थी. आरोप यह भी लगा कि कथावाचकों ने अपनी जाति छिपाकर कथा की थी और कार्यक्रम के दौरान एक महिला से छेड़छाड़ की. इसी वजह से कथित रूप से उनका सिर मुड़वा दिया गया.
23 जून को 4 ब्राह्मणों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मामला और गर्मा गया. पुलिस ने 23 जून को चार ब्राह्मण युवकों को गिरफ्तार किया. वहीं, दूसरी तरफ कथावाचकों के खिलाफ भी आयोजकों ने शिकायत दर्ज कराई. समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने भी इस मुद्दे पर सरकार को घेरा और पीड़ित कथावाचकों से मुलाकात कर उन्हें सम्मानित किया.