अभिलेखों में फर्जीवाड़ा, फिर दबंगई से कब्जा
रामरानी सिंह ने एडीजी को बताया कि सबसे पहले अभिलेखों में हेरफेर कर उनकी जमीन पर अवैध हक जताने की कोशिश की गई. लेकिन जब तहसील के कर्मचारियों ने जांच में फर्जी दस्तावेज पकड़ लिए, तो विपक्षी पक्ष ने सीधे जबरन कब्जे का रास्ता अपना लिया. 23 जून को जब वह लेखपाल द्वारा चिह्नित अपनी भूमि पर मेड़बंदी करवा रही थीं, तभी विपक्षीजन लाठी-डंडों से लैस होकर पहुंचे. उन्होंने महिला के साथ गाली-गलौज, धक्का-मुक्की और मारपीट की. जान बचाकर वह किसी तरह वहां से भागीं. इसके बाद कुछ दिन बीते नहीं कि उन्होंने उसी भूमि पर ट्रैक्टर चलवाकर जोताई करवा दी और खेत को पूरी तरह अपने कब्जे में ले लिया.
पुलिस ने नहीं की कार्रवाई, आरोपियों के बढ़े हौसले
महिला का आरोप है कि स्थानीय थाने में कई बार शिकायत करने के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई. पुलिस की निष्क्रियता के चलते आरोपियों के हौसले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि खेत में जबरन धान की रोपाई कर दी गई है, ताकि भूमि पर कब्जा साबित किया जा सके. संपूर्ण समाधान दिवस में उन्होंने डीएम और एसपी को भी अपनी पीड़ा बताई, परंतु महज औपचारिकता निभा दी गई. प्रशासनिक निर्देशों को दरकिनार कर केस की अनदेखी होती रही. महिला ने कहा कि उन्हें न्याय की बजाय सिर्फ तारीखें और आश्वासन मिलते रहे हैं.
फिर से पेड़ लगाने गईं तो मिली धमकी और मारपीट
सात जुलाई को रामरानी सिंह अपने खेत में पेड़ लगाने गई थीं, ताकि भूमि पर अपनी उपस्थिति दर्ज करा सकें. लेकिन जैसे ही काम शुरू हुआ, विपक्षी फिर वहां पहुंच गए. उन्होंने महिला को पकड़कर धक्का दिया, गालियां दीं और जान से मारने की धमकी दी. डर के मारे महिला फिर खेत छोड़कर वापस लौट आईं. उन्होंने बताया कि हर बार शिकायत करने के बाद भी पुलिस कोई कदम नहीं उठाती, जिससे विपक्षी पक्ष और भी अधिक आक्रामक हो गया है.
एडीजी ने खागा कोतवाल को लगाई फटकार, दिया कार्रवाई का निर्देश
पीड़िता की पूरी बात सुनने के बाद एडीजी जोन प्रयागराज डॉ. संजीव गुप्ता ने खागा कोतवाली प्रभारी को फोन कर मामले में तत्काल संज्ञान लेने के निर्देश दिए. उन्होंने पुलिस की निष्क्रियता पर नाराजगी जताई और कहा कि अगर एक सप्ताह के भीतर जरूरी कार्रवाई नहीं हुई तो जिम्मेदार अधिकारियों पर भी विभागीय एक्शन लिया जाएगा. उन्होंने पीड़िता को आश्वस्त किया कि अब उसकी शिकायत को गंभीरता से लिया जाएगा और दोषियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी.