यहां दर्ज हुआ रिकॉर्ड
इस रिकॉर्ड को गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स, एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, और इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स से मान्यता मिली है. इस दौरान 20,105 मीट्रिक टन सामग्री का उपयोग हुआ और करीब 1.71 लाख वर्ग मीटर क्षेत्र में काम हुआ.
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सीएम योगी ने पोस्ट शेयर की दी जानकारी
इस उपलब्ध की जानकारी सीएम योगी आदित्यनाथ ने सोशल मीडिया X पर साझा करते हुए दी. उन्होंने इसे उत्तर प्रदेश के लिए गर्व का क्षण बताया है. उन्होंने इस सफलता का श्रेय उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी (UPEIDA), कुशल योजना, तकनीकी विशेषज्ञता और टीमवर्क को दिया. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में यूपी अब वैश्विक स्तर पर बुनियादी ढांचे के नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है. गौरतलब है कि गंगा एक्सप्रेसवे का यह निर्माण कार्य अडानी रोड एंड ट्रांसपोर्ट लिमिटेड (ARTL) और पटेल इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड की साझेदारी में किया जा रहा है.
जानें क्या है गंगा एक्सप्रेस-वे
गंगा एक्सप्रेसवे एक महत्वाकांक्षी 594 किलोमीटर लंबा मेगा प्रोजेक्ट है, जो मेरठ से शुरू होकर प्रयागराज तक फैलेगा और रास्ते में उत्तर प्रदेश के 12 प्रमुख जिलों को आपस में जोड़ेगा. सरकार की योजना इसे भविष्य में बलिया तक विस्तार देने की है, जिससे यह एक्सप्रेसवे देश का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे बनने की दिशा में अग्रसर है.
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