Kanwar Yatra 2025: सावन के पहले सोमवार को कुरकावली गांव में उस समय तनाव की स्थिति बन गई जब पुलिस ने कांवड़ियों के जत्थे को डीजे की ऊंचाई के कारण रोक लिया. कांवड़ ब्रजघाट से जल लेकर लौट रही थी और उसमें करीब 30 कांवड़िए शामिल थे. जैसे ही जत्था गांव पहुंचा, पुलिस ने डीजे वाहन को यह कहते हुए रोक दिया कि डीजे की ऊंचाई विद्युत तारों से टकराने का खतरा बन सकती है. इससे कांवड़ियों में असंतोष फैल गया.
डीजे बंद कराने पर कांवड़ियों का आक्रोश
कांवड़ियों का आरोप था कि पुलिस ने डीजे बंद कराने की कोशिश के दौरान लापरवाही बरती, जिससे डीजे वाहन पर बैठे दो युवक अमन और हिमांशु नीचे गिर पड़े और घायल हो गए. यह घटना जैसे ही बाकी कांवड़ियों को पता चली, तो वे भड़क उठे. उन्होंने इसे धार्मिक यात्रा में हस्तक्षेप मानते हुए नारेबाजी शुरू कर दी और विरोध स्वरूप सड़कों पर उतर आए.
बहजोई मार्ग पर लगाया गया जाम
घटना के बाद गुस्साए कांवड़िए कुरकावली से बहजोई मार्ग होते हुए शहर पहुंचे और मुख्य मार्ग पर जाम लगा दिया. उन्होंने पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और सड़क के दोनों ओर आवागमन ठप कर दिया. करीब एक घंटे तक सड़क पर अफरा-तफरी का माहौल रहा. राहगीरों को तेज धूप में घंटों इंतजार करना पड़ा और यातायात बुरी तरह प्रभावित हो गया.
पुलिस और प्रशासन ने संभाला मोर्चा
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन कांवड़िए मानने को तैयार नहीं थे. हालात को काबू में करने के लिए एएसपी राजेश कुमार श्रीवास्तव खुद मौके पर पहुंचे और नाराज कांवड़ियों से संवाद किया. उन्होंने कांवड़ियों को शांतिपूर्ण प्रदर्शन का अनुरोध करते हुए भरोसा दिलाया कि मामले की जांच की जाएगी और दोषियों पर कार्रवाई होगी.
भाजपा नेता की समझाइश से शांत हुआ मामला
घटना की जानकारी मिलते ही भाजपा पश्चिम उत्तर प्रदेश के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष राजेश सिंघल भी घटनास्थल पर पहुंचे. उन्होंने शिवभक्तों से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए कहा कि किसी की धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. लेकिन साथ ही उन्होंने यह भी दोहराया कि कानून व्यवस्था बनाए रखना हर नागरिक का दायित्व है. भाजपा नेता की मध्यस्थता के बाद कांवड़िए धीरे-धीरे शांत हुए.
एक की तबीयत बिगड़ी, अस्पताल में भर्ती
इस हंगामे और गर्मी के बीच एक कांवड़िए की तबीयत अचानक बिगड़ गई. पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए उसे तुरंत नजदीकी अस्पताल पहुंचाया. वहीं, वाहन से गिरकर घायल हुए अमन और हिमांशु को भी प्राथमिक उपचार के लिए भर्ती कराया गया. डॉक्टरों के अनुसार गर्मी, भीड़ और मानसिक तनाव के कारण कांवड़िए की तबीयत बिगड़ी थी.
अंत में शिव मंदिर पर हुआ जलाभिषेक
सारी गहमागहमी और तनाव के बावजूद कांवड़ियों ने अपनी धार्मिक आस्था को सर्वोपरि रखा. मामला शांत होने के बाद जत्था सरथल चौकी स्थित प्राचीन शिव मंदिर पहुंचा और विधिवत जलाभिषेक कर कांवड़ यात्रा संपन्न की. प्रशासन की निगरानी में शांति बहाल रही और पूरे इलाके में पुलिस फोर्स की तैनाती कर दी गई.
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