Mahakumbh 2025: महाकुंभ में बसंत पंचमी का अमृत स्नान, ‘ऑपरेशन-11’ से भीड़ नियंत्रण के पुख्ता इंतजाम

Mahakumbh 2025: मौनी अमावस्या की घटना को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया है.

By Aman Kumar Pandey | February 3, 2025 4:27 AM
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Mahakumbh 2025: महाकुंभ में आज 3 फरवरी को बसंत पंचमी के अवसर पर अंतिम अमृत स्नान हो रहा है. इस महत्वपूर्ण स्नान पर्व को सफलतापूर्वक संपन्न कराने के लिए योगी सरकार और मेला प्रशासन पूरी तरह सतर्क है. एडीजी भानु भास्कर स्वयं मेला क्षेत्र में भीड़ नियंत्रण व्यवस्था की निगरानी कर रहे हैं. श्रद्धालुओं की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए सरकार ने ‘ऑपरेशन-11’ नाम से एक विशेष मास्टर प्लान तैयार किया है. इस योजना के तहत सोमवार को वन वे मार्ग की व्यवस्था लागू रहेगी, ताकि श्रद्धालुओं का आवागमन सुगम और सुरक्षित हो.

मुख्यमंत्री का निरीक्षण और सुरक्षा निर्देश

मौनी अमावस्या के दिन संगम नोज पर हुई भगदड़ की घटना के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रयागराज पहुंचे थे. उन्होंने घटनास्थल का निरीक्षण किया और घायलों से मिलकर उनका हालचाल जाना. इसके बाद उन्होंने अधिकारियों के साथ एक उच्चस्तरीय बैठक कर बसंत पंचमी स्नान की तैयारियों की समीक्षा की और इसे ‘‘शून्य त्रुटि’’ के साथ संपन्न कराने के निर्देश दिए.

ऑपरेशन-11 के तहत भीड़ नियंत्रण के उपाय

रविवार की सुबह एडीजी भानु भास्कर ‘इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर’ (आईसीसीसी) पहुंचे, जहां से उन्होंने मेला क्षेत्र, प्रमुख चौराहों और प्रवेश स्थलों की निगरानी की. उन्होंने स्वयं लाउडस्पीकर के माध्यम से श्रद्धालुओं को निर्देश दिए कि स्नान के बाद घाटों पर अनावश्यक रूप से न बैठें और अन्य स्थानों पर जाकर भोजन करें. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर सभी श्रद्धालुओं को बसंत पंचमी की शुभकामनाएं दीं और महाकुंभ में स्नान करने वाले सभी भक्तों को बधाई दी.

वन वे ट्रैफिक व्यवस्था लागू

श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मेला प्रशासन ने वन वे ट्रैफिक प्लान लागू किया है. इसके तहत:

  • अरैल से झूंसी जाने के लिए पुल संख्या 28 खुला रहेगा.
  • संगम से झूंसी जाने के लिए पुल संख्या 2, 4, 8, 11, 13, 15, 17, 20, 22, 23 और 25 खुले हैं.
  • झूंसी से संगम जाने के लिए श्रद्धालु पुल संख्या 16, 18, 21 और 24 का उपयोग कर सकेंगे.
  • झूंसी से अरैल जाने के लिए पुल संख्या 27 और 29 खुले रहेंगे.

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पुलिस बल को विशेष निर्देश

मौनी अमावस्या की घटना को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया है. जूना अखाड़े के पीठाधीश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि ने कहा कि सभी अखाड़े पूर्व निर्धारित क्रम के अनुसार अमृत स्नान में भाग लेंगे. वहीं, भीड़ नियंत्रण के लिए दो कंपनी आरएएफ और तीन कंपनी पीएसी को अतिरिक्त रूप से तैनात किया गया है. मेला क्षेत्र में पुलिस को विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं. लखनऊ से आए वरिष्ठ अधिकारी भानु चंद्र गोस्वामी और आशीष गोयल अपने अनुभव साझा कर प्रशासन का मार्गदर्शन कर रहे हैं.

अब तक 35 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने लिया स्नान

बसंत पंचमी स्नान के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. रविवार शाम तक 1.29 करोड़ श्रद्धालु गंगा और संगम में डुबकी लगा चुके थे. वहीं, 13 जनवरी से अब तक 34.90 करोड़ से अधिक श्रद्धालु महाकुंभ में स्नान कर चुके हैं.

श्रद्धालुओं से अपील

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी ने श्रद्धालुओं से संगम क्षेत्र में अनावश्यक भीड़ न लगाने की अपील की. उन्होंने बताया कि फाफामऊ से अरैल तक गंगा में कहीं भी स्नान करने पर महाकुंभ का पुण्य प्राप्त होता है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संभावित यात्रा

5 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के महाकुंभ नगर आने की संभावना है. इसे देखते हुए अगले कुछ दिनों तक प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों के लिए चुनौतियां बढ़ सकती हैं. मेला प्रशासन और पुलिस इस यात्रा को सुरक्षित और व्यवस्थित बनाने के लिए पूरी तरह तैयार है.

बसंत पंचमी के अंतिम अमृत स्नान के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए सरकार और प्रशासन पूरी तरह सतर्क है. भीड़ नियंत्रण के लिए ‘ऑपरेशन-11’ लागू किया गया है, पुलिस बल को सख्त निर्देश दिए गए हैं, और ट्रैफिक व स्नान व्यवस्था को सुव्यवस्थित किया गया है. प्रशासन की कोशिश है कि यह स्नान पर्व बिना किसी बाधा के सफलतापूर्वक संपन्न हो.

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