क्या मुस्कान के परिजनों को थी हत्या की जानकारी?
सौरभ कुमार के परिजनों का दावा है कि मुस्कान के माता-पिता को सौरभ की हत्या किए जाने की जानकारी थी. सौरभ की मां रेणु देवी ने पुलिस से कहा “ऐसा कह कर मुस्कान के माता-पिता पुलिस को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं. हकीकत यही है कि मुस्कान की मां को अपराध के बारे में पहले से पता था. कानूनी कार्रवाई से खुद को बचाने के लिए ही वे पुलिस थाने गए थे.” यही नहीं रेणू देवी ने पत्रकारों से बातचीत में दावा किया कि सौरभ की छह साल की बेटी को उसकी मौत के बारे में पता था.” उन्होंने कहा “हमें कुछ लोगो से पता चला है कि सौरभ की बेटी कह रही थी ‘पापा ड्रम में हैं’.” हालांकि पुलिस ने इसे नकार दिया है. पुलिस का दावा है कि बच्ची के परिवार वालों ने उसे बता दिया होगा या जब मुस्कान परिवार वालों को घटना की कहानी सुना रही होगी तब बच्ची वहां मौजूद होगी.
अंधविश्वासी था साहिल शुक्ला- पुलिस
पुलिस अधीक्षक आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि मामले में यह भी सामने आया है कि दूसरा आरोपी साहिल शुक्ला अंधविश्वासी था. वो अपनी मरी हुई मां से बात करता रहता था. इसका फायदा उठाते हुए मुस्कान ने अपने भाई के नाम से सोशल मीडिया में फर्जी आईडी बनाई थी. उसने अपने प्रेमी साहिल से कहा था “तुम्हारी मरी हुई मां अवतरित हुई थी और कहा कि सौरभ का वध करना पड़ेगा.” सिंह ने बताया कि दरअसल मुस्कान ने साहिल को ऐसा अनुभव कराया कि वह साहिल की मां से बात कर सकती है.
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सौरभ को ठिकाने लगाने की साजिश रही थी मुस्कान
पुलिस ने बताया कि मुस्कान ने अपने दोस्तों से ऐसी जगह के बारे में पूछा था जहां पूजा के बाद सामान दबाया जा सके. सिंह ने बताया कि मुस्कान साजिश रच रही थी कि कोई ऐसी जगह मिल जाए जहां हत्या के बाद शव को जमीन में गाड़ा जा सके. उन्होंने बताया कि जब मुस्कान को पता चला कि सौरभ फरवरी में आ रहा है तो उसने मुर्गा काटने के बहाने चाकू खरीदा और बेहोशी की दवाई भी खरीद लिया, इसके बाद उसने हत्या को अंजाम दिया. पुलिस कोर्ट से मुस्कान और साहिल को रिमांड पर लेने की अपील करेगी, ताकी इस मामले की पूरी सच्चाई बाहर आ सके.