मेरठ से चित्रकूट तक दौड़ेगी विकास की रफ्तार, यूपी में बन रहे 5 नए एक्सप्रेसवे
UP Expressway: योगी सरकार की पहल पर उत्तर प्रदेश में 7 एक्सप्रेसवे संचालित हैं और 5 नए एक्सप्रेसवे का निर्माण जारी है. 2000 किमी से अधिक नेटवर्क तैयार कर प्रदेश को एक्सप्रेसवे हब बनाया जा रहा है, जिससे कनेक्टिविटी, विकास और रोजगार को नई गति मिल रही है.
By Shashank Baranwal | July 9, 2025 9:59 AM
UP Expressway: उत्तर प्रदेश अब ‘एक्सप्रेसवे प्रदेश’ बनने की ओर तेजी से काम कर रहा है. सीएम योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश में कनेक्टिविटी को मजबूती देने की दिशा में बेहतरीन काम हो रहा है. अब तक यूपी में 7 एक्सप्रेसवे बनकर तैयार हो चुके हैं, जिन पर तेज रफ्तार से वाहन दौड़ रहे हैं. वहीं 5 नए एक्सप्रेसवे पर निर्माण कार्य जारी है.
संचालित एक्सप्रेसवे की स्थिति
नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे– 24.53 किमी
यमुना एक्सप्रेसवे– 165 किमी
आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे– 302 किमी
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे– 341 किमी
बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे– 296 किमी
मेरठ-दिल्ली एक्सप्रेसवे– 96 किमी
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे– 91 किमी
हाल ही में सीएम योगी ने गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का उद्घाटन कर पूर्वांचल को नई रफ्तार दी है. यह एक्सप्रेसवे सीधे गोरखपुर को पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जोड़ता है.
निर्माणाधीन एक्सप्रेसवे
गंगा एक्सप्रेसवे– 594 किमी
चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे– 15.20 किमी
दिल्ली-सहारनपुर एक्सप्रेसवे– 210 किमी
बलिया लिंक एक्सप्रेसवे– 114 किमी
लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे– 63 किमी
कुल लंबाई (निर्माणाधीन) 1087.20 किमी
इनमें कई एक्सप्रेसवे बुंदेलखंड, तराई और पूर्वांचल जैसे अपेक्षाकृत पिछड़े क्षेत्रों को राजधानी लखनऊ और अन्य प्रमुख शहरों से जोड़ने का काम कर रहे हैं.
2000 किलोमीटर से अधिक का नेटवर्क
उत्तर प्रदेश देश का एकमात्र राज्य है, जहां 2000 किलोमीटर से अधिक लंबे एक्सप्रेसवे नेटवर्क की योजना पर काम हो रहा है. ये सड़कें न सिर्फ राज्य की अर्थव्यवस्था को गति देंगी, बल्कि क्षेत्रीय संतुलन और रोजगार सृजन में भी बड़ी भूमिका निभाएंगी.
UP News in Hindi उत्तर प्रदेश भारत का सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य है, जहां 20 करोड़ से ज्यादा लोग रहते हैं. यह राज्य प्रशासनिक रूप से 75 जिलों और 18 मंडलों में बंटा हुआ है. इसकी राजधानी लखनऊ है. वर्तमान में यहां भारतीय जनता पार्टी की सरकार है और योगी आदित्यनाथ लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री पद पर काबिज हैं. लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज, वाराणसी, अयोध्या, गोरखपुर, सीतापुर, इटावा, मथुरा, मुरादाबाद, मेरठ और बुलंदशहर जैसे शहर इसे पहचान देते हैं. देश की राजनीति में उत्तर प्रदेश की भूमिका बेहद अहम मानी जाती है. अक्सर कहा जाता है कि देश की सत्ता का रास्ता यूपी से होकर ही जाता है. प्रदेश की हर बड़ी खबर सबसे पहले जानने के लिए जुड़े रहिए प्रभात खबर डिजिटल पर.