UP Skill Mela 2025: विश्व युवा कौशल दिवस-2025 के अवसर पर मंगलवार, 15 जुलाई 2025 को लखनऊ स्थित इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान, गोमतीनगर में उत्तर प्रदेश कौशल मेला-2025 का शानदार शुभारंभ हुआ. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश-भर से आए आईटीआई, आईटीओटी और कौशल विकास मिशन के प्रशिक्षुओं द्वारा तैयार नवाचारों और स्टार्ट-अप मॉडलों की प्रदर्शनी देखी तथा युवाओं के जोश की सराहना करते हुए उन्हें प्रोत्साहित किया.
टाटा टेक्नोलॉजीज के सहयोग से पाँच स्किल रथ रवाना
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम स्थल से पाँच अत्याधुनिक स्किल रथों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. टाटा टेक्नोलॉजीज लिमिटेड के सहयोग से तैयार ये रथ प्रदेश के सभी 75 जनपदों में स्किलिंग योजनाओं, आईटीआई पाठ्यक्रमों और रोजगार विकल्पों की जानकारी पहुँचाएंगे. रथों में लगाए गए मल्टीमीडिया उपकरण युवाओं को कौशल प्रशिक्षण की प्रक्रिया, आवेदन विधि और संभावित करियर मार्ग से परिचित कराएंगे.
एमएनएनआईटी-प्रयागराज के साथ एमओयू—शिक्षा व प्रशिक्षण को नई दिशा
कार्यक्रम में मिशन निदेशक पुलकित खरे और एमएनएनआईटी-प्रयागराज के डीन (रिसर्च) डॉ. शिवेश शर्मा ने एक महत्वपूर्ण समझौता-पत्र (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए. इस साझेदारी के तहत उन्नत पाठ्यक्रम विकसित होंगे, प्रशिक्षकों को विशेष ट्रेनिंग मिलेगी और आईटीआई संचालन की गुणवत्ता सुधरेगी. इससे प्रदेश के युवाओं को इंडस्ट्री-रेडी कौशल पाने में सीधा लाभ होगा.
स्किल यूथ आइकॉन को सम्मान, प्रेरक कहानियों से गूँजा सभागार
मुख्यमंत्री ने प्रशिक्षण के बाद उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल करने वाले 15 युवाओं को स्किल यूथ आइकॉन के रूप में सम्मानित किया. इन प्रतिभाओं ने मंच से अपने सफर की कहानियाँ साझा कीं, जो उपस्थित युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बनीं. साथ ही उत्कृष्ट प्रोजेक्ट इम्प्लीमेंटिंग एजेंसियों, ट्रेनिंग पार्टनर्स और टाटा टेक्नोलॉजीज के ग्लोबल वाइस प्रेसीडेंट सुशील कुमार को इंडस्ट्री एम्बसेडर की मानद उपाधि प्रदान की गई.
AI, LiFi और ऑटोमेशन—भविष्य की झलक दिखाते नवाचार
स्किल इनोवेशन शोकेस में इंडस्ट्रियल ऑटोमेशन सिम्युलेटर, ऑटोमेटिक पंप कंट्रोल और LiFi टेक्नोलॉजी के लाइव डेमो ने दर्शकों को उभरती तकनीकों की ताकत से रू-बरू कराया. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, स्किलिंग इकोसिस्टम और इंडस्ट्री-कनेक्ट पर विशेषज्ञ पैनल चर्चाओं ने युवाओं को बदलते रोजगार परिदृश्य में मार्गदर्शन दिया। 11 प्रतिभागियों ने उद्योग-संस्थान अनुबंधों पर दस्तखत कर प्रत्यक्ष रोजगार के नए द्वार खोले.
100 से अधिक स्टॉल्स में दिखी आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश की झलक
हस्तशिल्प, टेक्सटाइल, हेल्थकेयर, इलेक्ट्रॉनिक्स और खाद्य प्रसंस्करण सहित 100 से अधिक स्टॉल्स पर उत्पाद और लाइव डेमो प्रदर्शित हुए. स्पोकन इंग्लिश, इंटरव्यू स्किल्स, पर्सनालिटी ग्रूमिंग और सीवी मेकिंग वर्कशॉप्स ने युवाओं को रोजगार-उन्मुख सॉफ्ट स्किल्स सिखाए. स्टार्ट-अप्स और एनजीओ ने अपने मॉड्यूल्स के माध्यम से स्किल डेवलपमेंट यात्रा को सरल भाषा में समझाया.
महिला उद्यमियों की दमदार मौजूदगी—ग्रामीण बेटियाँ बनीं नवभारत का चेहरा
आरएसडब्ल्यूएम प्रा. लि. और श्री सिद्धि विनायक एजुकेशन सोसाइटी सहित विभिन्न संस्थाओं ने ग्रामीण युवतियों को नि:शुल्क आवास, भोजन और टेक्निकल ट्रेनिंग प्रदान कर आत्मनिर्भर बनाया. जूट, वेस्ट मटेरियल और कपड़े से बने हैंडमेड बैग्स, डोरमैट और सजावटी वस्तुओं की प्रदर्शनी ने पर्यावरण-अनुकूलता तथा ग्रामीण सशक्तिकरण का संदेश दिया. कई प्रशिक्षित युवतियाँ नोएडा जैसी औद्योगिक नगरी में कार्यरत हैं, जबकि कुछ स्वरोजगार के माध्यम से अन्य युवाओं के लिए उदाहरण बन रही हैं.
सांस्कृतिक कार्यक्रमों में झलकी लोक परंपरा
दिन के अंत में विभागीय प्रशिक्षुओं ने लोकनृत्य, कजरी और पारंपरिक नाटक प्रस्तुत कर उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत को जीवंत कर दिया. रंगारंग प्रस्तुतियों ने दर्शकों को भावविभोर कर मेले के पहले दिन को यादगार बना दिया.
16 जुलाई को समापन समारोह—पैनल चर्चाएँ, नियोक्ता सम्मेलन और सम्मान समारोह
मेले के दूसरे दिन पारंपरिक बनाम आधुनिक स्किलिंग पर चर्चा, नियोक्ता सम्मेलन, कौशल चौपाल और ट्रेनर्स स्पीक सत्र आयोजित होंगे. स्किल गैप विश्लेषण पर विचार-विमर्श के साथ यूपीएसडीएम और आईटीआई प्रतिभागियों का दूसरा इनोवेशन शोकेस भी होगा. समापन अवसर पर उत्कृष्ट प्रशिक्षकों, केंद्रों और स्टॉल्स को सम्मानित किया जाएगा, तत्पश्चात सांस्कृतिक संध्या में प्रदेश की बहुविध लोककला का संगम देखने को मिलेगा.
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