एक पेड़ मां के नाम… यूपी में 37 करोड़ पौधों का महाभियान आज से शुरू

Ek Ped Maa Ke Naam Campaign: उत्तर प्रदेश में 9 जुलाई को “एक पेड़ मां के नाम” थीम पर 37 करोड़ पौधे रोपे जाएंगे. सीएम योगी अयोध्या और आजमगढ़ से अभियान की शुरुआत करेंगे. 26 विभागों और 25 करोड़ लोगों की भागीदारी से यह पौधरोपण महाभियान ऐतिहासिक बनने जा रहा है.

By Shashank Baranwal | July 9, 2025 8:02 AM
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Ek Ped Maa Ke Naam Campaign: उत्तर प्रदेश में पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए 9 जुलाई को राज्यभर में 37 करोड़ पौधे रोपे जाएंगे. इस ऐतिहासिक पौधरोपण महाभियान-2025 का नेतृत्व सीएम योगी आदित्यनाथ करेंगे. इस दौरान वे अयोध्या और आजमगढ़ में पौधरोपण कर अभियान की शुरुआत करेंगे.

अयोध्या से करेंगे महाभियान की शुरूआत

इस बार अभियान की थीम “एक पेड़ मां के नाम” रखी गई है. पौधरोपण अभियान के लिए 52.43 करोड़ पौधों को नर्सरियों और अन्य जगहों पर तैयार किया गया है. सीएम योगी के निर्देशानुसार सभी मंत्री अपने-अपने जिलों में रहकर पौधरोपण में भाग लेंगे. इस दौरान यहां जनसंवाद करेंगे और कार्बन क्रेडिट योजना के तहत 7 किसानों को चेक भी प्रदान करेंगे. सीएम योगी के साथ वन मंत्री डॉ. अरुण कुमार सक्सेना भी अयोध्या व आजमगढ़ में पौधे लगाएंगे.

लखनऊ मंडल में लगेंगे सबसे ज्यादा पौधे

इस महाअभियान में 26 विभाग और लगभग 25 करोड़ जनता सक्रिय भागीदारी निभाएंगे. लखनऊ मंडल में सबसे अधिक पौधे रोपे जाएंगे. अकेले वन, वन्यजीव व पर्यावरण विभाग मिलकर 14 करोड़ से अधिक पौधे लगाएंगे. डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य मेरठ, डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक लखनऊ में और और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल बाराबंकी में पौधरोपण करेंगे.

CSR फंड से होगी पौधों की देखरेख

पौधों की दीर्घकालिक सुरक्षा और देखरेख के लिए सरकार कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व (CSR) फंड का उपयोग करेगी. बैंकों व निजी कंपनियों को रोपण क्षेत्र गोद लेने और सिंचाई व संरक्षण के लिए संसाधन उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी दी जा रही है.

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UP News in Hindi उत्तर प्रदेश भारत का सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य है, जहां 20 करोड़ से ज्यादा लोग रहते हैं. यह राज्य प्रशासनिक रूप से 75 जिलों और 18 मंडलों में बंटा हुआ है. इसकी राजधानी लखनऊ है. वर्तमान में यहां भारतीय जनता पार्टी की सरकार है और योगी आदित्यनाथ लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री पद पर काबिज हैं. लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज, वाराणसी, अयोध्या, गोरखपुर, सीतापुर, इटावा, मथुरा, मुरादाबाद, मेरठ और बुलंदशहर जैसे शहर इसे पहचान देते हैं. देश की राजनीति में उत्तर प्रदेश की भूमिका बेहद अहम मानी जाती है. अक्सर कहा जाता है कि देश की सत्ता का रास्ता यूपी से होकर ही जाता है. प्रदेश की हर बड़ी खबर सबसे पहले जानने के लिए जुड़े रहिए प्रभात खबर डिजिटल पर.

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