“योगी के जन्मदिन के मौके पर अखिलेश यादव ने चला दिया ‘शब्द बाण’, पढ़िए पूरी कहानी”

Yogi Vs Akhilesh: उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ को जन्मदिन पर तमाम नेताओं ने बधाई दी, लेकिन अखिलेश यादव की देर रात 'सौहार्दपूर्ण मुबारकबाद' चर्चा का विषय बन गई. विश्लेषकों के मुताबिक, ये शब्द एक सधा हुआ सियासी तंज था, जो विरोधियों को परोक्ष संदेश देता दिखा.

By Abhishek Singh | June 6, 2025 2:37 PM
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Yogi Vs Akhilesh: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जन्मदिन पर सुबह से ही देशभर के बड़े नेताओं, केंद्रीय मंत्रियों और शुभचिंतकों ने उन्हें बधाई दी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई प्रमुख हस्तियों ने उन्हें शुभकामनाएं दीं. लेकिन इन सबके बीच सबसे अलग और चर्चित बधाई संदेश रहा समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव का, जो देर रात आया और अपने अंदाज़ से चर्चा का केंद्र बन गया.

देर रात पहुंची ‘सौहार्दपूर्ण’ शुभकामना

रात 10:28 बजे अखिलेश यादव ने ‘X’ (पहले ट्विटर) पर योगी आदित्यनाथ को जन्मदिन की बधाई दी. उन्होंने लिखा:-

“मा. आदित्यनाथ जी को जन्मदिन की सौहार्दपूर्ण मुबारकबाद!”
इस एक पंक्ति ने सोशल मीडिया और राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी.

‘सौहार्दपूर्ण’ – एक शब्द, कई मतलब

‘सौहार्दपूर्ण’ शब्द पर खास ध्यान दिया जा रहा है. यह वही शब्द है जिसे अखिलेश यादव अक्सर सीएम योगी पर व्यंग्य करते समय इस्तेमाल करते रहे हैं. विश्लेषकों का मानना है कि यह कोई साधारण बधाई नहीं, बल्कि एक सधा हुआ सियासी तंज है.

विरोधियों को दिया परोक्ष संदेश?

राजनीतिक जानकारों के अनुसार, अखिलेश यादव ने यह शब्द ऐसे वोटरों को ध्यान में रखकर इस्तेमाल किया है जो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कट्टर आलोचक हैं. यह संदेश उन समर्थकों को यह जताने का प्रयास हो सकता है कि विपक्ष का स्वर नरम नहीं पड़ा है.

2027 की हलचल अभी से

2027 के विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आएंगे, ऐसी ही शब्दों की सियासत और भी तेज़ होने की उम्मीद है. बधाई के मौके पर भी राजनीतिक संकेत देना अब कोई नई बात नहीं रही.

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UP News in Hindi उत्तर प्रदेश भारत का सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य है, जहां 20 करोड़ से ज्यादा लोग रहते हैं. यह राज्य प्रशासनिक रूप से 75 जिलों और 18 मंडलों में बंटा हुआ है. इसकी राजधानी लखनऊ है. वर्तमान में यहां भारतीय जनता पार्टी की सरकार है और योगी आदित्यनाथ लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री पद पर काबिज हैं. लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज, वाराणसी, अयोध्या, गोरखपुर, सीतापुर, इटावा, मथुरा, मुरादाबाद, मेरठ और बुलंदशहर जैसे शहर इसे पहचान देते हैं. देश की राजनीति में उत्तर प्रदेश की भूमिका बेहद अहम मानी जाती है. अक्सर कहा जाता है कि देश की सत्ता का रास्ता यूपी से होकर ही जाता है. प्रदेश की हर बड़ी खबर सबसे पहले जानने के लिए जुड़े रहिए प्रभात खबर डिजिटल पर.

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