अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस का अभियान जारी इलाके में पुलिस बल की तैनाती कोलकाता. दक्षिण 24 परगना के रबींद्रनगर थाना क्षेत्र और कोलकाता पुलिस के नादियाल इलाके में बुधवार को हुई हिंसा के सिलसिले में 40 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. फल की एक दुकान लगाने को लेकर दो समूहों के लोग भिड़ गये. मौके पर पहुंचीं पुलिस की टीमों पर ही हमला किया गया. पथराव, दुकानों में तोड़फोड़ व लूटपाट की गयी. पुलिस व निजी वाहनों में तोड़फोड़ व आगजनी की गयी. घटना में कोलकाता पुलिस के डीसी (पोर्ट) हरिकृष्ण पाई समेत कई पुलिस अधिकारी व कर्मी घायल हो गये. वारदात के सिलसिले में डायमंड हार्बर पुलिस जिला और कोलकाता पुलिस की ओर से गुरुवार की शाम तक सात अलग-अलग मामले दर्ज किये गये हैं. इन मामलों में 40 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस का अभियान जारी है. घटना के दूसरे दिन भी रबींद्रनगर और नादियाल तथा उससे सटे इलाकों में लगभग तनाव की स्थिति रही. ज्यादातर दुकानें बंद रहीं. वहां पुलिस बल की तैनाती है. पुलिस की गश्त भी बढ़ायी गयी है. क्या कहा पुलिस अधिकारियों ने: डायमंड हार्बर पुलिस जिला के एसपी राहुल गोस्वामी और एडिशनल एसपी (जोनल) मिथुन कुमार दे ने बताया कि रबींद्रनगर और महेशतला इलाके में पुलिस के 10 पिकेट लगाये गये हैं. पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के नेतृत्व में सुरक्षा की अतिरिक्त व्यवस्था है. तनाव के मद्देनजर संवेदनशील इलाकों में भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा जारी की गयी है. पुलिस गुरुवार को भी लगातार माइकिंग के जरिये इलाके में शांति बनाये रखने की अपील करती नजर आयी. सभी राजनीतिक दलों या समूहों के प्रतिनिधियों को सलाह दी गयी है कि बीएनएसएस की धारा 163 जब तक लागू है, वे उस क्षेत्र का दौरा नहीं करें. पुलिस ने लोगों से सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों से बचने का भी आग्रह किया है. एसपी गोस्वामी ने कहा है कि अशांति फैलाने की कोशिश करने वालों से कानून के अनुसार सख्ती से निबटा जायेगा. साथ ही गत बुधवार को रबींद्रनगर इलाके में हुई घटना को लेकर इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों की रिकॉर्डिंग की भी जांच की जा रही है, ताकि अन्य उपद्रवियों को गिरफ्तार किया जा सके. पुलिस रबींद्रनगर इलाके में अवैध निर्माण व बिना अनुमति सरकारी जमीन पर पौधारोपण करने के पहलू की भी जांच कर रही है. गौरतलब है कि बुधवार सुबह रबींद्रनगर थाना क्षेत्र के महेशतला के आकरा-संतोषपुर इलाके में फल की एक दुकान लगाने को लेकर दो समूहों के बीच विवाद हो गया था. समय के साथ विवाद ने विकराल रूप ले लिया और अपराह्न दोनों पक्षों के लोगों के बीच जमकर मारपीट होने लगी. इलाके में जमकर तोड़फोड़ शुरू हो गयी. घटनास्थल के पास मौजूद मकानों की छत से भी पथराव किये जाने लगे. खबर मिलते ही भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंचा. पुलिस के एडीजी (साउथ बंगाल) सुप्रतीम सरकार, डीआइजी (प्रेसीडेंसी रेंज) आकाश मघरिया समेत डायमंड हार्बर पुलिस जिला के अधिकारी भी पहुंचे. काफी मशक्कत के बाद हालात सामान्य हो पाया. मामले को लेकर सियासी घमासान भी शुरू हो गया है. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने हिंसाग्रस्त क्षेत्र में केंद्रीय बलों की तैनाती की मांग की है, जबकि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने उस पर स्थानीय मुद्दे का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया है.
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