पीयरलेस अस्पताल में एसएमए टाइप वन से पीड़ित 16 माह की बच्ची को दी गयी जीन थेरेपी
क्या है एसएमए टाइप वन
स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी टाइप वन एक आनुवंशिक न्यूरोमस्कुलर बीमारी है, जो एसएमएन वन जीन में उत्परिवर्तन के कारण होती है, जो लगभग 10,000 जीवित जन्मों में से एक को प्रभावित करती है. भारत में वाहक आवृत्ति आश्चर्यजनक रूप से अधिक है, जिसमें लगभग 50 में से एक व्यक्ति में दोषपूर्ण जीन होता है. यदि दोषपूर्ण जीन वाले दो व्यक्ति विवाह करते हैं, तो उनके एसएमए से पीड़ित बच्चे को जन्म देने की संभावना चार में से एक होती है. भविष्य इस स्थिति के बारे में जागरूकता बढ़ाने और समय पर निदान और उपचार तक पहुंच में निहित है. हस्तक्षेप के बिना, शिशु हिलने, निगलने और अंततः सांस लेने की क्षमता खो देते हैं. 2021 में, भारत सरकार ने दुर्लभ रोगों के लिए राष्ट्रीय नीति के तहत एसएमए को शामिल किया, लेकिन फंडिंग और पहुंच अभी भी बड़ी बाधा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है