आरोपियों ने अवैध तरीके से मतदाता पहचान पत्र, आधार कार्ड व पासपोर्ट भी बनवा लिया था
संवाददाता, कोलकातासूत्रों के अनुसार, बांग्लादेशी दंपती से प्राथमिक पूछताछ में बीएसएफ व पुलिस को पता चला कि बांग्लादेश में शेख इमरान के साथ भाई व परिवार के अन्य सदस्य रहते हैं. वर्ष 1990 में वह अपनी पत्नी जैनब के साथ हिली क्षेत्र से अवैध तरीके से बांग्लादेश में भारत में घुस आया. यहां आने के बाद वे कुछ महीनों तक पश्चिम बंगाल के अलग-अलग स्थानों पर रहे और मजदूरी का काम किया. इसके बाद दलालों की मदद से अवैध तरीके से मतदाता पहचान पत्र बनवा लिया. इसके बाद वे छत्तीसगढ़ के रायपुर चले गये. वहां इमरान धार्मिक अनुष्ठान कराने का काम करने लगा. वहां रहने के दौरान आरोपी दंपती ने आधार कार्ड ही नहीं, बल्कि पासपोर्ट भी बनवा लिये. देश के अन्य राज्यों की तरह ही छतीसगढ़ में भी अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों को शिनाख्त करने का अभियान चल रहा है. ऐसे में पुलिस द्वारा पकड़े जाने का भय उन्हें सताने लगा और दोनों ने अवैध तरीके से ही बांग्लादेश में वापसी की कोशिश की. लेकिन हिली चेक पोस्ट के पास बीएसएफ ने उन्हें पकड़ लिया. उनके कब्जे से आधार कार्ड, पैन कार्ड, मतदाता पहचान पत्र, वाहन की आरसी, भारतीय पासपोर्ट और मोबाइल फोन सहित संदिग्ध दस्तावेज और सामान बरामद किये गये.
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