आरजी कर की घटना के बाद संदीप ने प्रिंसिपल पद से दिया था इस्तीफा
आरजी कर अस्पताल में डॉक्टर से दुष्कर्म और हत्या की घटना के तुरंत बाद संदीप घोष ने प्रिंसिपल पद से इस्तीफा दे दिया था. हालांकि, चार घंटे के भीतर ही उन्हें नेशनल मेडिकल कॉलेज का प्रिंसिपल बना दिया गया था. हालांकि वहां संदीप के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरु हो गया. उनके उस अस्पताल में जाने से पहले ही नेशनल मेडिकल कॉलेज के छात्रों ने प्रिंसिपल के कमरे में ताला लगा दिया. उसके बाद प्रिंसिपल संदीप घोष को कलकत्ता उच्च न्यायालय ने अनिश्चित काल के लिए छुट्टी पर जाने का निर्देश दिया था. उच्च न्यायालय ने महिला मेडिकल छात्रा के साथ दुष्कर्म और हत्या के मामले में आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल की भूमिका पर नाराजगी भी व्यक्त की थी.
RG Kar Investigation : तृणमूल सांसद डेरेक ओब्रायन ने बताया ममता बनर्जी की रैली का उद्देश्य
संदीप घोष ने पुलिस सुरक्षा की मांग करते हुए हाई कोर्ट का खटखटाया दरवाजा
चीफ जस्टिस की अगुवाई वाली बेंच का सवाल था कि, घटना के बाद अस्पताल के अधीक्षक और प्रिंसिपल ने पुलिस से शिकायत क्यों नहीं की? शुक्रवार को संदीप ने पुलिस सुरक्षा की मांग करते हुए हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया. उन्हाेंने हाई कोर्ट से शीघ्र सुनवाई का अनुरोध किया. हालांकि कोर्ट ने अर्जी खारिज कर दी और सोमवार को दोबारा अर्जी देने को कहा है.
दिल्ली में कैंडल मार्च
इधर, कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में हुए दुष्कर्म और हत्या मामले में पीड़िता के लिए न्याय की मांग को लेकर एनएसयूआई सदस्यों ने दिल्ली में कैंडल मार्च निकाला. छात्रों में हाथों में पोस्टर और बैनर लेकर न्याय की मांग की.
RG Kar Hospital Violence: ममता बनर्जी की पहली प्रतिक्रिया- वाम और राम मिलकर कर रहे हमला