तृणमूल सांसद का दावा, बिहार में 1.26 करोड़ वोटरों के नाम सूची से हटाये गये
तृणमूल कांग्रेस के सांसद साकेत गोखले ने सोमवार को दावा किया कि बिहार में मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) अभियान के तहत 1.26 करोड़ मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से हटा दिये गये हैं. उन्होंने सरकार को इस मुद्दे पर संसद में बहस की चुनौती भी दी.
By BIJAY KUMAR | July 28, 2025 11:22 PM
कोलकाता.
तृणमूल कांग्रेस के सांसद साकेत गोखले ने सोमवार को दावा किया कि बिहार में मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) अभियान के तहत 1.26 करोड़ मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से हटा दिये गये हैं. उन्होंने सरकार को इस मुद्दे पर संसद में बहस की चुनौती भी दी. गोखले ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर निर्वाचन आयोग द्वारा जारी एसआइआर आंकड़ों को साझा करते हुए कहा कि आयोग ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि बिहार में जिन विदेशी नागरिकों के पाये जाने की बात की जा रही थी, उनकी संख्या कितनी है. निर्वाचन आयोग ने रविवार को कहा था कि बिहार में एसआइआर अभियान के पहले चरण के अंतर्गत 7.24 करोड़ यानी 91.69 प्रतिशत मतदाताओं से फॉर्म प्राप्त हुए हैं. इसके अलावा लगभग 36 लाख लोग या तो अपने पुराने पतों पर नहीं मिले या पाया गया कि ये लोग स्थायी रूप से अन्यत्र चले गये हैं. आयोग के अनुसार, सात लाख मतदाताओं के नाम एक से अधिक स्थानों पर पंजीकृत पाये गये. गोखले ने आरोप लगाया कि निर्वाचन आयोग ने बिहार की 2024 की लोकसभा मतदाता सूची से रातों-रात 1.26 करोड़ मतदाताओं के नाम हटा दिये. उन्होंने आंकड़ों को अविश्वसनीय और चौंकाने वाले करार देते हुए कहा कि 7.90 करोड़ मतदाताओं में से केवल 7.24 करोड़ से ही फॉर्म लिये गये. यानी 65 लाख मतदाताओं से फॉर्म नहीं लिये गये और संभावना है कि इनके नाम हटाये जा चुके हैं.
ख (0.89 प्रतिशत) मतदाताओं के नाम, एक से अधिक प्रविष्टि का पता चलने के बाद हटा दिये गये. इस तरह करीब 3.5 लाख मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से हटा दिये गये.
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