18 जुलाई को झाड़ग्राम और सरडीहा स्टेशनों के बीच ट्रेन संख्या 12022 से हाथियों के टकराने की घटना पर रेलवे की प्रतिक्रिया कोलकाता. 18 जुलाई की रात जन शताब्दी एक्सप्रेस के इंजन की चपेट में आने से तीन हाथियों की मौत के मामले में दक्षिण पूर्व रेलवे ने सफाई देते हुए कहा कि वन विभाग द्वारा सही समय पर जानकारी नहीं देने के कारण यह घटना हुई है. शुक्रवार को एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर दक्षिण पूर्व रेलवे ने घटना के प्रति अपना दुख व्यक्त करते हुए कहा कि यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है. रेलवे का कहना है कि रेलवे वन्यजीवों की इस दुखद क्षति पर अत्यंत चिंतित है और अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता है. हमने वन विभाग द्वारा दिये गये कुछ बयानों पर चिंता व्यक्त की है, जिनमें आरोप लगाया गया है कि क्षेत्र में हाथियों की आवाजाही की पूर्व सूचना रेलवे को दी गयी थी, लेकिन उस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई. उपरोक्त विवरण तथ्यात्मक रूप से सही नहीं है और भ्रामक है. वन अधिकारियों द्वारा संबंधित रेलवे अधिकारियों को हाथियों के झुंड की आवाजाही के बारे में लिखित या टेलीफोन पर कोई आधिकारिक सूचना नहीं दी गयी थी. एक सामान्य व्हाट्सएप ग्रुप है, जिसमें देर रात यानी रात 10.56 बजे इस गतिविधि के बारे में एक संदेश पोस्ट किया गया था, लेकिन यह अपेक्षित नहीं है कि सामान्य व्हाट्सएप ग्रुप के सभी सदस्य वास्तविक समय में, और वह भी लगभग आधी रात को, प्रत्येक संदेश पढ़ें. चूंकि मामला इतना गंभीर था, इसलिए संबंधित वन अधिकारियों को बिना किसी अनुवर्ती कार्रवाई के केवल एक सामान्य व्हाट्सएप ग्रुप में संदेश पोस्ट करने के बजाय, रेलवे के साथ लिखित या टेलीफोन पर पुष्ट संचार सुनिश्चित करना चाहिए था. रेलवे का कहना है कि पहले ऐसे मामले में वन अधिकारियों द्वारा लिखित ज्ञापन दिये गये थे, जिसके बाद हमें उचित कार्रवाई आगे भी किया है. घटना के बाद रेलवे अधिकारी वन अधिकारियों से संयुक्त निरीक्षण/संयुक्त रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं. मामले में आगे की जांच जारी है. वन अधिकारियों की ओर से संचार में ढिलाई के कारण, यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई.
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