काशेम सिद्दिकी को पार्टी का महासचिव बनाये जाने पर तृणमूल में ही विरोध
हाल ही में तृणमूल कांग्रेस ने फुरफुरा शरीफ के पीरजदा काशेम सिद्दिकी को महासचिव नियुक्त किया था. इसे लेकर पार्टी में ही विरोध शुरू हो गया है. भरतपुर के विधायक हुमायूं कबीर ने कहा कि काशेम को राजनीति का क-ख-ग भी नहीं आता है. उन्हें लेकर बोलने जैसा कुछ भी नहीं है. भांगड़ के विधायक को पार्टी के एक कार्यक्रम में हंगामा को लेकर गिरफ्तार किया गया था.
By BIJAY KUMAR | June 11, 2025 11:12 PM
कोलकाता.
हाल ही में तृणमूल कांग्रेस ने फुरफुरा शरीफ के पीरजदा काशेम सिद्दिकी को महासचिव नियुक्त किया था. इसे लेकर पार्टी में ही विरोध शुरू हो गया है. भरतपुर के विधायक हुमायूं कबीर ने कहा कि काशेम को राजनीति का क-ख-ग भी नहीं आता है. उन्हें लेकर बोलने जैसा कुछ भी नहीं है. भांगड़ के विधायक को पार्टी के एक कार्यक्रम में हंगामा को लेकर गिरफ्तार किया गया था. उस समय लालबाजार के सामने काशेम सिद्दिकी ने तृणमूल व तृणमूल सरकार की आलोचना की थी. बहुत खराब बातें भी कही थीं. उन्हें लेकर हम तो कुछ नहीं कर सकते हैं.
उन्होंने कहा कि राज्य के मुस्लिम तृणमूल के साथ हैं. लेकिन फुरफुरा के पीरजदा का प्रभाव हावड़ा, हुगली, उत्तर व दक्षिण 24 परगना तक सीमित है. मालदा, उत्तर दिनाजपुर, मुर्शिदाबाद में बड़ी संख्या में मुस्लिम रहते हैं. मुस्लिमों की सबसे अधिक आबादी मुर्शिदाबाद में है. पीरजदा को देख कर कोई वोट नहीं देता है.
विधायक शौकत मोल्ला ने भी साधा निशाना
तृणमूल के महासचिव के रूप में काशेम सिद्दिकी के नाम की घोषणा पर तृणमूल विधायक हुमायूं कबीर के बाद तृणमूल विधायक शौकत मोल्ला ने भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि लग रहा है कि उनका रोजगार अच्छा नहीं चल रहा है. उन्होंने कहा कि काशेम सिद्दिकी ने सरकार व तृणमूल की सबसे अधिक आलोचना की है. अब वह पार्टी के एक महत्वपूर्ण पद पर हैं. इससे तो यही लग रहा है कि पार्टी का संचालन सही दिशा में हो रहा है.
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