
कोलकाता. दार्जिलिंग पुलिस ने 2017 के गोरखालैंड आंदोलन के दौरान उपनिरीक्षक अमिताभ मलिक की हत्या करने के आरोप में गोरखालैंड क्षेत्रीय प्रशासन (जीटीए) के एक पूर्व सदस्य को गिरफ्तार किया है. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी. अधिकारी ने बताया कि वर्तमान में भारतीय गोरखा जनशक्ति मोर्चा (आइजीजेएफ) के नेता प्रकाश गुरुंग को रविवार को सुबह दार्जिलिंग के बसबोटे रिंबिक स्थित उसके आवास से गिरफ्तार किया गया और बाद में स्थानीय अदालत में पेश करने के बाद उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. अधिकारी ने कहा, ‘‘मामला दर्ज होने के बाद से ही गुरुंग फरार था और 2017 में हत्या के बाद उसके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया था.’’ पुलिस के अनुसार, जनवरी 2018 में इस मामले में आरोपपत्र दायर किया गया, जिसमें गुरुंग और गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) के अध्यक्ष बिमल गुरुंग सहित 27 लोगों के नाम शामिल थे.
आरोप है कि 2017 में दार्जिलिंग को अलग राज्य का दर्जा देने की मांग को लेकर 100 से अधिक दिनों तक चले आंदोलन के दौरान गुरुंग और उनकी पार्टी के सदस्य रंगीत जंगल में छिपे थे. पुलिस के उस जगह पर छापा मारे जाने पर गुरुंग के समर्थकों के साथ झड़प में उपनिरीक्षक मलिक मारे गये थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है