गत दो महीनों में बीएसएफ के जवानों पर हमले की पांच बड़ी घटनाएं हुईं, जिनका बल ने दिया मुंहतोड़ जवाब
अमित शर्मा, कोलकाता
बीएसएफ के जवानों पर हुए हमले की घटनाएं
कहना है बीएसएफ के अधिकारियों का
बीएसएफ के अधिकारियों का कहना है कि बल के जवानों के कर्तव्य पथ पर ऐसी घटनाएं असामान्य नहीं हैं. बीएसएफ के जवान असाधारण साहस, सतर्कता और संयम के साथ अपने कर्तव्यों का पालन कर रहे हैं. बांग्लादेशी अपराधियों द्वारा बलपूर्वक घुसपैठ व हमलों के बारे में बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) को विभिन्न माध्यमों से आगाह और नियंत्रण के अनुरोध के बावजूद बांग्लादेशी अपराधियों के प्रयासों में कोई कमी नहीं आयी है. अनावश्यक जान माल की हानि से बचने के लिए लाइव राउंड के फायर से बीएसएफ जवानों के हर सम्भव परहेज को भी अपराधियों ने गलत रूप में लिया है और बल के संयम की परीक्षा ले रहे हैं.
आगाह करने के बावजूद बीजीबी का रवैया ठीक नहीं
बांग्लादेश की ओर से तस्करों द्वारा बीएसएफ पर हमले की घटनाओं को लेकर बाॅर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) को बार-बार अवगत कराने व आगाह करने के बावजूद उसका रवैया काफी उदासीन है. कुछ घटनाओं में हमले के दौरान बीएसएफ की कार्रवाई में मारे गये बांग्लादेशी तस्करों को बांग्लादेश का नागरिक होने से भी बीजीबी के अधिकारी इनकार कर देते हैं. गौरतलब है कि बांग्लादेशी तस्करों के हमले को लेकर बीएसएफ बीजीबी को विरोध पत्र भी सौंप चुकी है और उनसे बांग्लादेश की सीमावर्ती इलाकों में तस्करों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग भी की जा चुकी है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है