प्रतिनिधि, कल्याणी
नदिया जिले के कालीगंज विधानसभा उपचुनाव के दिन एक रहस्यमयी घटना के कारण फुलबागान चौधरीपाड़ा गांव के 250 से अधिक मतदाता मतदान से वंचित हो गये. बंगाल के चुनावी इतिहास में संभवतः पहली बार किसी नाविक के नदी में डूबने और उसके बाद यातायात ठप होने से एक पूरे गांव के मतदाताओं को वोट डालने से रोक दिया गया. फुलबागान गांव भागीरथी नदी के एक किनारे स्थित है. गांव में कोई मतदान केंद्र नहीं है, और यहां के 265 पंजीकृत मतदाताओं को हर चुनाव में नदी पार कर स्कूल के बूथ तक जाना पड़ता है. गुरुवार सुबह जब लोग मतदान के लिए निकलने लगे, तभी खबर आयी कि नाविक नदी में गिर गया और डूब गया. इसके बाद नाव सेवा पूरी तरह रोक दी गयी.
भाजपा ने बताया ””साजिश””, प्रत्याशी पहुंचे गांव : घटना की सूचना मिलते ही दोपहर करीब 12 बजे भाजपा उम्मीदवार आशीष घोष गांव में पहुंचे. उन्होंने आरोप लगाया कि यह सामान्य दुर्घटना नहीं, बल्कि एक सोची-समझी साजिश हो सकती है. उन्होंने दावा किया कि यह भाजपा समर्थक मतदाताओं को मतदान से रोकने की साजिश का हिस्सा हो सकता है. घोष ने कहा, अचानक नाविक डूब गया. अब तक वह लापता है. मतदाता फंसे हुए हैं. चुनाव आयोग की ओर से कोई प्रयास नहीं दिख रहा है.
गांव वालों की आपबीती : गांव के एक निवासी ने बताया, “हमारा मतदान फूलबागान के स्कूल में होता है. एक लड़का नाव लेकर आया था. अचानक नाव पलट गई और वह डूब गया. तब से नाव सेवा बंद है. दो सौ से ज्यादा लोग फंसे हुए हैं. ” एक बूथ सदस्य ने बताया, “मैंने खुद देखा, नाव पलटी और नाविक डूब गया. इसके बाद कोई साधन नहीं है. ” अब तक लापता नाविक की तलाश जारी है और पूरे मामले ने उपचुनाव की पारदर्शिता पर सवाल खड़ा कर दिया है.
स्थानीय प्रशासन और चुनाव आयोग की भूमिका को लेकर भी आलोचना हो रही है.
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