भाजपा नेता से पुलिस ने करीब 15 मिनट तक की पूछताछ
थाने के बाहर भाजपा कार्यकर्ताओं ने किया विरोध-प्रदर्शन
संवाददाता, बैरकपुर
बैरकपुर के एक निजी अस्पताल में मरीज की मौत के बाद चिकित्सकों को धमकाने के आरोपों का सामना कर रहे भाजपा नेता कौस्तव बागची शनिवार को मोहनपुर थाने में हाजिर हुए. हालांकि उन्होंने मामले में अग्रिम जमानत ले ली थी. लेकिन पुलिस द्वारा नोटिस भेजे जाने के बाद उन्हें थाने में उपस्थित होना पड़ा. पुलिस ने उनसे लगभग 15 मिनट तक पूछताछ की. थाने से बाहर निकलने के बाद कौस्तव बागची ने पुलिस और सत्तारूढ़ दल पर जमकर निशाना साधा.
उन्होंने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस से जुड़े मामलों में पुलिस निष्क्रिय रहती है, जबकि भाजपा नेताओं के खिलाफ वह ””””””””अति सक्रिय”””””””” हो जाती है. बागची ने दावा किया कि पुलिस ने उन्हें परेशान करने की मानसिकता से बुलाया था और उनसे ऐसे सवाल पूछे गये जिनका न कोई सिर था और न पैर. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि ये सवाल पुलिस के अपने नहीं थे, बल्कि उन्हें किसी ने भेजे थे. बागची ने कहा कि जिस राज्य की मुख्यमंत्री रात में पुलिस भेजकर उन्हें गिरफ्तार करवा सकती हैं, वहां यह समझने में समय नहीं लगेगा कि यह सब मुख्यमंत्री के इशारे पर किया जा रहा है. उन्होंने यह भी बताया कि केवल उन्हें ही नहीं, बल्कि उनकी पार्टी के अन्य लोगों को भी नोटिस भेजे जा रहे हैं. बागची ने कहा कि उन्होंने पुलिस को कानून के बारे में समझाया है और अब अदालत में मुलाकात होगी. उन्होंने बताया कि उन्होंने बैरकपुर कोर्ट में नर्सिंग होम और पुलिस के खिलाफ मामला दायर किया है. विरोध स्वरूप, उन्होंने पुलिस के खिलाफ काले कपड़े पहनकर सांकेतिक विरोध भी दर्ज कराया. इस बीच, भाजपा समर्थकों ने थाने के बाहर पुलिस के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया.
बता दें कि एक जुलाई को भाजपा नेता कौस्तव बागची पर बैरकपुर के वायरलेस मोड़ के पास एक निजी अस्पताल में मरीज की मौत के बाद डॉक्टरों को कथित तौर पर उंगली दिखाकर धमकाने और डांटने का आरोप लगा था. इस मामले में पुलिस ने उन्हें तीन बार नोटिस भेजा था, जिसके बाद उन्हें थाने में हाजिर होना पड़ा.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है