भूख हड़ताल को नजरअंदाज कर रही सरकारराज्य सरकार
राज्य सरकार ने बुधवार की शाम को प्रदर्शनकारियों के साथ बैठक बुलाई, लेकिन गतिरोध दूर करने में असफल रही. मुख्य सचिव मनोज पंत की अध्यक्षता में हुई बैठक के बाद प्रदर्शनकारी डॉक्टरों ने आरोप लगाया कि उन्हें राज्य सरकार की ओर से “मौखिक आश्वासन” के अलावा कुछ भी ठोस नहीं मिला. डॉक्टरों ने शहर में कुछ दुर्गा पूजा पंडालों के बाहर प्रदर्शन कर रहे और पर्चे बांट रहे उनके सहकर्मियों और कुछ अन्य युवक-युवतियों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस की आलोचना भी की.उन्होंने कहा कि वे प्रदर्शन के लिए गिरफ्तार किए गए लोगों को पूर्ण कानूनी सहायता प्रदान करेंगे.
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वरिष्ठ डॉक्टर जूनियर डॉक्टरों के साथ प्रदर्शन में हुए शामिल
डाॅक्टराें के परिजनाें का कहना है कि राज्य सरकार उनकी मांगों पर सहमत हो जाती है तो केवल 10 मिनट में अनशन खत्म हो सकता है.कुछ वरिष्ठ डॉक्टर भी दिन में अपने जूनियर डॉक्टरों के साथ प्रदर्शन में शामिल हुए. प्रदर्शनकारी डॉक्टरों ने इस बात पर जोर दिया कि मृतक महिला डॉक्टर को न्याय दिलाना उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है.उन्होंने स्वास्थ्य सचिव एन.एस. निगम को तत्काल हटाने की भी मांग की तथा विभाग में प्रशासनिक अक्षमता और भ्रष्टाचार के खिलाफ निष्क्रियता का आरोप लगाया.
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