ज्यादा छुट्टियों से बच्चों की पढ़ाई काे नुकसान प्राथमिक शिक्षक समिति ने विरोध जताया

गुरुवार को शिक्षा विभाग द्वारा गर्मी के बहाने दो दिन और छुट्टियां बढ़ा दी गयी हैं, इससे शिक्षकों में नाराजगी है.

By SANDIP TIWARI | June 13, 2025 1:18 AM
an image

कोलकाता. गुरुवार को शिक्षा विभाग द्वारा गर्मी के बहाने दो दिन और छुट्टियां बढ़ा दी गयी हैं, इससे शिक्षकों में नाराजगी है. छुट्टियां बढ़ाने पर बंगीय प्राथमिक शिक्षक समिति ने विरोध जताया है. समिति के महासचिव आनंद हांडा का कहना है कि 31 दिन की गर्मी की लंबी छुट्टियों के बाद दो जून को स्कूल खुले, लेकिन फिर से दो दिन की छुट्टी बढ़ा दी गयी है, इससे बच्चों की पढ़ाई को नुकसान हो रहा है. उनका कहना है कि वर्तमान में तापमान 40 डिग्री के आसपास होने के कारण पूर्व मेदिनीपुर, पश्चिमी मेदिनीपुर, बांकुड़ा, पुरुलिया जिलों के विभिन्न स्कूलों के छात्र गंभीर रूप से बीमार हैं, हमने स्कूल सुबह 10 बजे के बजाय 6.45 पर खोले जाने की मांग की थी. छात्रों, शिक्षकों व अभिभावकों ने शिक्षा विभाग और मुख्यमंत्री से सुबह स्कूल खोलने की मांग की गयी थी. राज्य सरकार ने उसे नजरंदाज करते हुए गर्मी की छुट्टियां और दो दिन बढ़ा दी है. पहले अप्रैल से जून तक स्कूल सुबह खुलते थे, लेकिन इस साल सुबह स्कूल खोलने को लेकर अभूतपूर्व खींचतान चल रही है. प्राथमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष ने गर्मी के दौरान सुबह पढ़ाने के लिए 28 मार्च को आवेदन आमंत्रित किये थे. इसी तरह पूर्व मेदिनीपुर, पश्चिम मेदिनीपुर, झाड़ग्राम आदि जिलों से भी आवेदन किये गये थे, लेकिन उन्हें मंजूरी नहीं मिली. फिलहाल गर्मी बढ़ने के कारण पुरुलिया, बांकुड़ा और पूर्व मेदिनीपुर जिलों ने चार जून से सुबह में स्कूल शुरू कर दिये थे, लेकिन राज्य प्राथमिक बोर्ड ने इसे बंद कर दिया और पांच जून से फिर से देर से स्कूल खाेलने पर मजबूर कर दिया. इतनी देरी के कारण छुट्टी के बाद 12 दिन स्कूल होने के बावजूद अधिकांश छात्र अभी तक स्कूल नहीं लौटे हैं. हांडा ने शिकायत की है कि सरकार ने शिक्षा को नष्ट करने के लिए छुट्टी की संस्कृति शुरू की है. हर साल गर्मी के बहाने करीब डेढ़ महीने की छुट्टी दी जाती थी. अगर इस साल मौसम विभाग से सलाह-मशविरा कर छुट्टी की घोषणा की जाती तो मई की शुरुआत में छुट्टी नहीं दी जाती. उन्होंने मांग की कि शैक्षणिक माहौल को बहाल करने के लिए छुट्टियां बढ़ाये बिना सुबह में स्कूल शुरू किये जायें, ताकि पढ़ाई जारी रहे.

संबंधित खबर और खबरें

 

 

होम E-Paper News Snaps News reels
Exit mobile version