शिव कुमार राउत, कोलकाता
इस संबंध में बंगीय आयुर्वेद चिकित्सक संघ की ओर से केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय, आयुष मंत्रालय और नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) के सचिव को पत्र लिखा है. पत्र में लिखा गया है कि एनओसी के बिना ही आयुष कैंपस में हॉस्टल का निर्माण कार्य शुरू हुआ है. इस संंबंध में संगठन के स्टेट को-आर्डिनेटर केशव लाल प्रधान की ओर पत्र लिखा गया है. उन्होंने हमें बताया कि, इंटीग्रेटेड आयुष हॉस्पिटल बनाया गया है. पर राज्य सरकार की लापरवाही के कारण यहां अब तक इंडोर वार्ड चालू नहीं हो सका है. बताया कि अस्पताल में आयुर्वेद, होम्योपैथी और योग का आउटडोर चलाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि पिछले एक वर्ष में ओपीडी में 26 हजार मरीजों का उपचार किया गया है. इनमें 17 हजार आयुर्वेद से और नौ हजार होम्योपैथी से मरीजों का उपचार किया गया. उन्होंने बताया कि इस अस्पताल को संचालित किये जाने के लिए 77 पदों पर चिकित्सक, नर्स सह अन्य स्वास्थ्यकर्मियों को नियुक्त किया जाना था. पर राज्य सरकार ने मात्र दो नर्स को स्थायी रूप से नियुक्त किया, जबकि आसपास के सरकारी आयुष अस्पताल के चिकित्सकों से आउटडोर को चलाया जा रहा है.
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