कुम्हारटोली से 26 मूर्तियां जा रहीं विदेश
कोलकाता. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी कला का परचम लहराने वाले प्रसिद्ध मूर्तिकार मिंटू पाल एक बार फिर चर्चा में हैं. कुम्हारटोली स्थित उनके स्टूडियो में इस समय जबरदस्त हलचल है, क्योंकि उनके द्वारा बनायी गयीं 26 मूर्तियां विदेश भेजी जा रही हैं. इनमें मां दुर्गा, काली, लक्ष्मी और सरस्वती की प्रतिमाएं शामिल हैं.
हाल ही में बिहार के बोधगया में स्थापित 100 फीट ऊंची लेटी हुई बुद्ध प्रतिमा, जिसे मिंटू पाल ने ही बनाया है, देखने देशभर से लोग पहुंच रहे हैं. अब उसी कलाकार की 26 कलाकृतियां ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका, कनाडा, पोलैंड, स्पेन, फ्रांस, थाइलैंड, सिंगापुर, दुबई और अन्य देशों में धार्मिक पूजा और सांस्कृतिक प्रदर्शन के लिए भेजी जा रही हैं. कुम्हारटोली कमेटी के अनुसार, किसी एक कलाकार द्वारा एक वर्ष में इतनी बड़ी संख्या में मूर्तियों का विदेश जाना अभूतपूर्व है. इससे पहले भी मिंटू की 14 मूर्तियां विदेश जा चुकी थीं, लेकिन इस बार संख्या बढ़कर 26 पहुंच गयी हैं.
, जिनमें से 14 मूर्तियां पहले ही विमान द्वारा रवाना हो चुकी हैं.
मिंटू पाल ने बताया कि फाइबर ग्लास से बनी हर मूर्ति की कीमत करीब डेढ़ लाख से तीन लाख रुपये के बीच है, लेकिन विदेश भेजने का खर्च बहुत अधिक होने के कारण उन्हें कीमतें किफायती रखनी पड़ती हैं.
दिन-रात जारी है कार्यशाला में काम
मिंटू पाल इन दिनों खाना तक भूलकर लगातार पांच वर्कशॉप में कार्य कर रहे हैं. उनकी टीम में 18 कुम्हार शामिल हैं, जो मूर्तियों को अंतिम रूप देने में जुटे हैं.
फाटा केष्टो पूजा के लिए काली प्रतिमा से विशेष लगाव
इस साल मिंटू पाल पहली बार फाटा केष्टो पूजा के लिए काली मां की प्रतिमा बना रहे हैं, जिसे लेकर वह बेहद उत्साहित हैं. रथ यात्रा के दिन विशेष पूजा भी की गयी. इस मौके पर पूर्व सांसद कुणाल घोष ने मिंटू की कार्यशाला का दौरा कर उनकी कला को सराहा और मूर्तियों की तस्वीरें देखने के बाद उनकी सराहना की.
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