संवाददाता, हावड़ा.
शनिवार को सवारी व मालडिब्बा कारखाना, लिलुआ में रेलवे कोच में अग्नि सुरक्षा पर राष्ट्रीय कार्यशाला आयोजित की गयी. इसका उद्घाटन मुख्य कारखाना प्रबंधक, लिलुआ यतीश कुमार ने किया. इस अवसर पर मुख्य रोलिंग स्टॉक इंजीनियर मनीष गंगरेकर और उप मुख्य सुरक्षा अधिकारी-मैकेनिकल प्रेम प्रकाश भी उपस्थित थे.
कार्यशाला में पावर कार ऑपरेटरों, रखरखाव कर्मचारियों और औचक निरीक्षण करने वाले सुरक्षा अधिकारियों सहित विभिन्न क्षेत्रीय रेलवे से आये हुए सौ से ज्यादा प्रतिनिधियों ने भाग लिया और अपने तकनीकी ज्ञान को साझा किया. कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य रेल अधिकारियों और कर्मियों में अग्नि सुरक्षा के प्रति लोगों को जागरूक करना था. सेमिनार में पैंट्री और पावर कार सहित कोच में अग्नि सुरक्षा के सभी पहलुओं पर चर्चा हुई.
इस एक दिवसीय कार्यक्रम में आग से बचाव को लेकर गहन प्रस्तुतियां और व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया गया. ट्रेनों के वातानुकूलित डिब्बों, पैंट्री कारों और पॉवर कार आग लगने या फिर धुआं निकलने के दौरान इस्तेमाल की जाने वाली अग्नि सुरक्षा प्रणालियों की जांच और उसके कार्यप्रणाली की जानकारी दी गयी. आग का पता लगाने वाले सिस्टम की वास्तविक समय की कार्यप्रणाली को प्रदर्शित किया गया. प्रतिभागियों को इन-हाउस माइक्रोप्रोसेसर लैब में भी ले जाया गया.
पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक मिलिंद के देउस्कर, प्रधान मुख्य सुरक्षा अधिकारी राम बहादुर राय और प्रधान मुख्य यांत्रिक इंजीनियर, पूर्व रेलवे परमानंद शर्मा के मार्गदर्शन में आयोजित इस राष्ट्रीय सेमिनार में पूर्व रेलवे में नवाचार, सुरक्षा और आत्मनिर्भरता को आगे बढ़ाने में उनके दूरदर्शी नेतृत्व को भी प्रदर्शित किया.
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