प्रतिनिधि, हुगली
पोलियो, हेपाटाइटिस जैसी बीमारियों से बच्चों को सुरक्षित रखने के लिए सरकार की ओर से तय उम्र में अनिवार्य टीकाकरण की व्यवस्था है. लेकिन हुगली जिले के पांडुआ ब्लॉक के तेतेरपाड़ गांव में एक साल का बच्चा अब तक सरकारी टीकाकरण से वंचित है.
गुरुवार को जब इस मामले की जानकारी मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग, ब्लॉक प्रशासन और विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की टीम बच्चे के घर पहुंची, तो परिवार ने दरवाजा तक नहीं खोला. अंततः अधिकारियों ने नोटिस चिपकाकर शुक्रवार तक संपर्क करने को कहा है.
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, बच्चे के माता-पिता शिक्षक शिवायन मुर्मू और इशिता मुर्मू से स्थानीय स्वास्थ्यकर्मियों ने कई बार संपर्क किया. बार-बार समझाने के बावजूद उन्होंने बच्चे को स्वास्थ्य केंद्र नहीं लाया.
मामला जिला स्तर तक पहुंचने के बाद गुरुवार दोपहर बीडीओ सेवंत विश्वास, ब्लॉक स्वास्थ्य अधिकारी डॉ शेख मंज़ूर आलम, डब्ल्यूएचओ के दो प्रतिनिधि, स्वास्थ्यकर्मी पार्वती हालदार, ग्राम पंचायत प्रधान बैसाखी सरकार और पंचायत समिति सदस्य विराज चौधरी समेत कई लोग उनके घर पहुंचे. काफी देर तक दरवाज़ा खटखटाने के बाद भी जब कोई बाहर नहीं आया, तो नोटिस चिपकाकर शुक्रवार तक संपर्क करने को कहा गया.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है