कोलकाता. मंगलवार को ढाकुरिया-हावड़ा (रूट 37) पर बसों की संख्या कम होने से यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा. माना जा रहा है कि 21 जुलाई की रैली में बसों के इस्तेमाल को लेकर हुए विवाद के बाद इस रूट के एक धड़े ने अपनी बसें नहीं निकालीं. यूनियन नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप के चलते मंगलवार को बस सेवा बाधित रही. ढाकुरिया ब्रिज के नीचे रूट संख्या 37 की कई बसें कतार में खड़ी रहीं, लेकिन सड़कों पर नहीं उतरीं. इससे आम लोगों को परेशानी झेलनी पड़ी. इस रूट की बस स्टैंड संख्या 37 की आइएनटीटीयूसी अध्यक्ष और वार्ड 93 की पार्षद मौसमी दास ने हालांकि दावा किया कि ऐसा कोई बड़ा मामला नहीं है और बुधवार से सेवा सामान्य हो जायेगी. सूत्रों के अनुसार, मौसमी दास के निर्देश पर सोमवार को शहीद दिवस कार्यक्रम के लिए पांच बसें धर्मतला गयी थीं. वहीं, इसी रूट की 27 बसों को पास के वार्ड के तृणमूल नेताओं ने धर्मतला में आयोजित रैली में जाने के लिए ले लिया था. कथित तौर पर, इसी बात से मौसमी दास नाराज हो गयीं और उन्होंने उन 27 बसों के कर्मचारियों को निलंबित कर दिया. इसके विरोध में मंगलवार सुबह से बसें बंद थीं. बस मालिकों के संगठन के रंजीत सरकार ने बताया कि सुबह 8:30 बजे के बाद बसों का परिचालन लगभग ठप हो गया था. हालांकि, यात्रियों की परेशानी को देखते हुए उन्होंने यूनियन के साथ बात कर बसों का परिचालन फिर से शुरू कराया और बुधवार से सेवा सामान्य होने की उम्मीद जतायी.
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