मालूम हो कि पिंटू बनर्जी पर पुलिस काफी दिनों से निगरानी रखी हुई थी. वह इलाके में सेकेंड हैंड बाइक बेचने का कारोबार करता था. पुलिस को सूचना मिली थी कि उसके पास चोरी की बाइक आयी है. जिसके आधार पर पुलिस ने उसके आवास पर 17 अगस्त, 2020 को छापेमारी की. इस दौरान पुलिस ने 2 बाइक बरामद किया. बाइक से जुड़े कोई कागजात नहीं दिखा पाने पर उसे गिरफ्तार किया गया. फिर 17 अगस्त को ही उसे अदालत में पेश किया गया.
कांड के जांच अधिकारी सहायक अवर निरीक्षक संजय हाजरा ने कांड से जुड़े अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी और चोरी की बाइक बरामद करने का हवाला देकर 7 दिनों की रिमांड की अपील की. अदालत ने 4 दिन की रिमांड मंजूर की. उसकी गिरफ्तारी होते ही गिरोह के अन्य सदस्य फरार हो गये. रिमांड अवधि में उसकी निशानदेही पर पुलिस ने 2 स्कूटी और 11 बाइक बरामद किया. इसके भी कोई कागजात नहीं मिलने पर पुलिस ने सभी वाहनों को जब्त कर लिया. रिमांड अवधि समाप्त होने पर शुक्रवार उसे अदालत में पेश किया गया. आरोपी की जमानत याचिका खारिज हो गयी और उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया.
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बाइक में मिला कार का नंबर
एसीपी (सेंट्रल) श्री पांडे ने बताया कि आरोपी पिंटू बनर्जी चोरी की बाइक का नंबर अपने हाथों से बदल कर नयी-नयी बाइक बिना कागजात के 8- 10 हजार रुपये में विभिन्न जगहों में ग्राहकों को बेच दिया जाता था. इस गिरोह का नेटवर्क पूरे राज्य में फैला हुआ है. झारखंड राज्य में भी गिरोह के सदस्य चोरी कांड को अंजाम दिये हैं. यहां लाकर गाड़ियों को बंगाल का फर्जी नंबर डाल दिया जाता था. एक बाइक का नंबर जांच करने पर पता चला कि वह आल्टो कार का नंबर है.
बाइक मालिकों का पता लगाने में जुटी पुलिस
चोरी की बाइक का नंबर बदल देने से पुलिस को वाहन के असली मालिकों का नाम नहीं मिल पाया है. पुलिस ने सभी वाहनों का इंजन और चेसिस नंबर निकाल कर जांच के लिए आरटीओ को भेजा है. इंजन और चेसिस नंबर के आधार पर आरटीओ से वाहन मालिकों के नाम मिलने पर उस व्यक्ति के इलाके के थाना से संपर्क किया जायेगा. संभावना है कि अदालत में प्रोडक्शन वारंट दाखिल कर हर थाना आरोपी को रिमांड पर लेने का प्रयास करेगी. उस इलाके में इनका कौन- कौन साथी है, उसका भी पता भी पुलिस लगायेगी.
पिंटू ने कहा, वह सिर्फ बाइक खरीदता था
पुलिस रिमांड में पूछताछ के दौरान पिंटू ने बताया कि वह सिर्फ चोरी की बाइक खरीदता था. बाइकों का नंबर बदल कर बेचने का काम उसका था. चोरी अन्य लोग किया करते थे. कड़ाई से पूछताछ में उसने एक कांड में अपनी संलिप्तता स्वीकार की. पुलिस उसके अन्य साथियों की तलाश में लगातार छापेमारी कर रही है. राज्य के विभिन्न थानों में पिंटू बनर्जी का डिटेल्स भेजकर जामुड़िया पुलिस यह जानने का प्रयास कर रही है कि वह और भी किसी थाने में किसी कांड का आरोपी है या नहीं.
Posted By : Samir Ranjan.