पूर्व रेलवे महाप्रबंधक ने सुरक्षा बुलेटिन जनवरी-मार्च 2025 किया जारी
संवाददाता, कोलकाता.
पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक मिलिंद देउस्कर ने रेलकर्मियों और अधिकारियों से अपील की है कि वे रेल बोर्ड द्वारा निर्धारित सुरक्षा प्रोटोकॉल और नियमों का अक्षरशः पालन करें, ताकि रेल दुर्घटनाओं को रोका जा सके. उन्होंने कहा कि दुर्घटनाओं से न सिर्फ मानव जीवन की हानि होती है, बल्कि रेलवे संपत्ति को भी भारी नुकसान पहुंचता है. मंगलवार को फेयरली प्लेस स्थित पूर्व रेलवे मुख्यालय में “सुरक्षा बुलेटिन: जनवरी-मार्च 2025 ” का विमोचन करते हुए श्री देउस्कर ने कहा कि सुरक्षा रेलवे संचालन की मूल आत्मा है. सतर्कता और निरंतर प्रशिक्षण के माध्यम से असुरक्षित परिस्थितियों को रोका जा सकता है. उन्होंने सुरक्षा विभाग द्वारा तैयार इस बुलेटिन की सराहना करते हुए कहा कि यह दस्तावेज रेलवे के विभिन्न विभागों में अपनायी जा रही सुरक्षा प्रक्रियाओं और दिशानिर्देशों का विस्तृत विवरण देता है, जो सुरक्षा मानकों को और बेहतर बनाने में सहायक होगा.
इस अवसर पर अपर महाप्रबंधक सुमित सरकार, पीसीसीएम डॉ उदय शंकर झा सहित सभी विभागों के प्रमुख अधिकारी उपस्थित थे.
18 सतर्क रेलकर्मी सम्मानित
कार्यक्रम में महाप्रबंधक ने 18 रेलकर्मियों को सम्मानित किया, जिनकी सतर्कता से संभावित रेल दुर्घटनाएं टाली जा सकीं. इन कर्मचारियों ने अपनी ड्यूटी के दौरान उत्कृष्ट कार्य करते हुए यात्रियों और रेलवे संपत्ति की सुरक्षा सुनिश्चित की.
बुलेटिन की मुख्य विशेषताएं
सुरक्षा बुलेटिन में वर्ष 2023–24 और 2024–25 के दौरान हुईं असामान्य घटनाओं के आंकड़ों के साथ-साथ जनवरी से मार्च 2025 के बीच आयोजित सुरक्षा सेमिनार और अभियानों का विवरण भी शामिल किया गया है. इसके अलावा, गर्मियों में विशेष सावधानियों और इंजीनियरिंग कार्यस्थलों पर सुरक्षा के लिए दिशानिर्देश भी दिये गये हैं.बुलेटिन का उद्देश्य कर्मचारियों में सुरक्षा को लेकर जागरूकता बढ़ाना और उन्हें नवीनतम सुरक्षा मानकों से अवगत कराना है, ताकि रेलवे में “शून्य दुर्घटना” का लक्ष्य प्राप्त किया जा सके.
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